Dewas News : देवास जिले के खिवनी वन्य प्राणी अभयारण्य ( Khivni Wildlife Sanctuary ) का प्रमुख आकर्षण बनी बाघिन मीरा अपने 4 शावकों के साथ घुमते हुए पर्यटकों को फिर नजर आई है। खिवनी वन्य प्राणी अभयारण्य अधीक्षक विकास माहोरे ने बताया कि बाघिन के साथ चारों शावक एक साथ पहली बार दिखाई दिए हैं। बाघिन मीरा और बाघ युवराज पूर्व में भी पर्यटकों के सामने नजर आते रहे हैं।
फोटो और वीडियो जारी कर दी मूवमेंट की जानकारी
गुरुवार को खिवनी वन्य प्राणी अभयारण्य प्रबंधन ने फोटो और वीडियो जारी कर बाघिन के साथ शावकों के मूवमेंट के बारे में जानकारी दी। बाघिन और शावकों के साथ बाघ के भी लगातार नजर आने से पर्यटक भीषण गर्मी में भी खिवनी का रूख कर रहे हैं।
इको सेंसेटिव जोन में शामिल है खिवनी अभयारण्य
देवास जिले के खिवनी अभयारण्य को भारत सरकार ने इको सेंसेटिव जोन ( eco sensitive zone ) में शामिल है। खिवनी वन्यजीव अभ्यारण्य की सीमा के चारों ओर 2 किलोमीटर तक फैले क्षेत्र को संवेदी जोन के रूप में अधिसूचित है। खिवनी अभ्यारण्य के इको सेंसेटिव जोन में देवास जिले के 15 ग्राम शामिल किए हैं। खिवनी वनजीव अभयारण्य देवास और सीहोर जिले में स्थित है, जो 134.778 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
खिवनी वन्यजीव अभयारण्य में जैव विविधता अत्यधिक है, अभयारण्य में 69 वृक्ष प्रजातियां, 23 जड़ी-बूटी और 12 झाड़ियों की प्रजातियां और पर्वतारोही परजीवी, घास और बांस भी पाए जाते हैं। अभयारण्य में वर्णपाती सागौन वन है। खिवनी में 24 स्तनधारियों, 21 पंछियों, 5 सरीसृप पाए जाते हैं। इसमें तेंदुआ, भेड़िया, सियार, लोमडी, लकड़बग्घा, नीलगाय, चिंकारा, वनैला सूअर, चौठसिंघा वास करते हैं।