रविकांत दीक्षित, भोपाल. चुनाव और चंदे का गठजोड़ गजब का है। देश में आसन्न लोकसभा चुनावों से ऐन पहले इलेक्टोरल बॉण्ड पर घमासान मचा था। अब लोकतंत्र के इस महायज्ञ की पूर्णाहुति यानी रिजल्ट आने से पहले 'द सूत्र' ने वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव का स्कैन किया है। इस रिपोर्ट में रोचक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पढ़िए ये खास रपट...
बीजेपी के 9 प्रत्याशियों को मिला चंदा
29 सीटों वाले मध्यप्रदेश में बीजेपी के प्रत्याशियों ने चंदा लेने के मामले में बाजी मारी थी। 9 प्रत्याशियों को 1 करोड़ 72 लाख 44 हजार 172 रुपए का चंदा मिला था। इसमें सर्वाधिक 40 लाख 43 हजार 712 रुपए का चंदा दमोह सीट से प्रत्याशी रहे प्रहलाद पटेल को मिला था। दूसरे नंबर पर सागर सीट से बीजेपी प्रत्याशी रहे राजबहादुर सिंह का नाम आता है। उन्हें 31 लाख 50 हजार रुपए चंदे में मिले थे। हालांकि यह जरूर खास है कि प्रहलाद पटेल और राजबहादुर सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए अपनी पार्टी से कोई फंड नहीं लिया था।
नरेंद्र सिंह तोमर ने पाए 21 लाख
मुरैना सीट से बीजेपी प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर को 21 लाख 76 हजार रुपए, शहडोल से बीजेपी उम्मीदवार हिमाद्री सिंह को 31 लाख 38 हजार 426 रुपए, छिंदवाड़ा से बीजेपी प्रत्याशी नत्थन शाह करवेती को 11 लाख 66 हजार 200, भोपाल प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को 26 लाख 79 हजार 584 रुपए, देवास से उम्मीदवार महेंद्र सिंह सोलंकी को 4 लाख 96 हजार, धार से प्रत्याशी छतर सिंह दरबार को 1 लाख 66 हजार 600 रुपए, इंदौर से प्रत्याशी रहे शंकर लालवानी को 2 लाख 27 हजार 650 रुपए का डोनेशन मिला था। इसके उलट बीजेपी के 20 उम्मीदवारों को चंदे में एक भी रुपए नहीं मिला था। इन्हें पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने के लिए 50—50 लाख रुपए की राशि मिली थी।
कांग्रेस के विवेक तन्खा को मिले 69 हजार
अब यदि कांग्रेस प्रत्याशियों को मिले डोनेशन की बात करें तो 10 प्रत्याशियों को चंदे के रूप में कुल 31 लाख 41 हजार 592 रुपए मिले थे। सागर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे प्रभु सिंह ठाकुर को 54 हजार 316 रुपए, दमोह सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार रहे प्रताप सिंह को 10 हजार रुपए, खजुराहो प्रत्याशी कविता सिंह को 34 हजार रुपए, सतना उम्मीदवार राजाराम त्रिपाठी को 1 लाख 21 हजार रुपए, सीधी प्रत्याशी अजय सिंह राहुल भैया को 5 लाख 10 हजार, शहडोल की प्रमिला सिंह को 5 लाख 47 हजार 500 रुपए, जबलपुर प्रत्याशी रहे विवेक तन्खा को 69 हजार 190 रुपए, मंदसौर उम्मीदवार मीनाक्षी नटराजन को 10 लाख 83 हजार, इंदौर उम्मीदवार पंकज सिंघवी को 1 लाख रुपए और खंडवा उम्मीदवार रहे अरुण यादव को 6 लाख 12 हजार 586 रुपए चंदे के रूप में प्राप्त हुए थे।
14-14 करोड़ खर्च किए थे उम्मीदवारों ने
बीजेपी के सभी 29 उम्मीदवारों ने 2019 के चुनाव में 14 करोड़ 76 लाख 5 हजार 970 रुपए खर्च किए थे। वहीं कांग्रेस के सभी 29 प्रत्याशियों ने 14 करोड़ 10 लाख 11 हजार 442 रुपए चुनाव लड़ने में लगाए थे। इस तरह दोनों पार्टियों ने कुला मिलाकर करीब 29 करोड़ रुपए खर्च किए थे। ये तो वह राशि है जो प्रत्याशियों ने अपने शपथ पत्र के साथ लगाई है। इससे कहीं गुना ज्यादा खर्च चुनाव में होता है।
प्रहलाद को मणिपुर से मिला चंदा
चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने पार्टी फंड, अपनी जमा पूंजी के बाद चंदा लेकर चुनाव लड़ा था। दमोह सीट से प्रत्याशी रहे प्रहलाद पटेल को मणिपुर से 21.50 लाख रुपए चंदे में मिले थे। दरअसल, पटेल मणिपुर के प्रभारी रहे हैं। लिहाजा, उन्हें वहां से चंदा मिला। आपको बता दें कि प्रहलाद पटेल मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे हैं। अभी वे सीएम डॉ.मोहन यादव की अगुआई वाली सरकार में पंचायत मंत्री हैं।
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री व वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष नरेंद सिंह तोमर ने को विभिन्न पेट्रोल पंप संचालकों, संगठनों और कारोबारियों ने चंदे के रूप में 21.76 लाख रुपए दिए थे। रोचक फैक्ट यह भी है कि सतना से कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजाराम सिंह ने चुनाव खर्च के लिए पत्नी से 1.21 लाख डोनेशन लिया था। मंदसौर से कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं मीनाक्षी नटराजन ने अपने मित्रों और कार्यकर्ताओं से चुनाव लड़ने के लिए 10.80 लाख रुपए डोनेशन के रूप में लिए थे। लोकसभा चुनाव 2019 lok sabha election 2019 Lok Sabha election expenses 2024 लोकसभा चुनाव व्यय Lok Sabha election expenses 2019 लोकसभा चुनाव उम्मीदवारों का खर्च Expenses of Lok Sabha election candidates