Indore : जोबट जिला अलीराजपुर में लोकायुक्त पुलिस ने आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। प्रिंसिपल ने बिलों के भुगतान के लिए वार्डन से 10 प्रतिशत रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद वार्डन ने पुलिस में शिकायत की और लोकायुक्त ने प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया।
बिल के बदले रिश्वत
आवेदक सिकदार कनेश (माध्यमिक शिक्षक) नवम्बर 2022 से छात्रावास वार्डन के पद पर थे। कनेश ने प्रिंसिपल से राशन सामग्री (गेहूं, दाल, चावल, फल, सब्जी आदि) के बिलों के भुगतान के लिए कहा। यह राश करीब 4.50 लाख रुपए थी। इसके भुगतान के बदले प्रिंसिपल ने 10 प्रतिशत कमीशन की मांग की। सिकदार ने 23 सितंबर को लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में पुलिस अधीक्षक से प्रिंसिपल की शिकायत कर दी।
घर के बाहर पहुंची टीम
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने टीम गठित की। जिसके बाद टीम प्रिंसिपल के शासकीय आवास पर पहुंच गई। जहां आवेदक रिश्वत के नगद पैसे लेकर आरोपी प्राचार्य अभिषेक पाण्डेय के पास पहुंचा। घर में आरोपी अभिषेक पाण्डेय ने आवेदक सिकदार कनेश से रिश्वत की रकम 30 हजार रुपए लेकर अपने बरमूडा की दाहिनी जेब में रख ली।
रंगे हाथों गिरफ्तार
रिश्वत देने के बाद सिकरवार घर से बाहर निकला और उसने लोकायुक्त की टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही टीम घर के अंदर जाकर आरोपी प्राचार्य के हाथ पकड़ लिए और रासायनिक घोल में हाथ धुलवाए। घोल का रंग गुलाबी होने पर आरोपी से रिश्वत के पैसे जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। प्रिंसिपल को जमानत मुचलके पर रिहा कर दिया गया।