मध्य प्रदेश में आजादी के पर्व पर इतने कैदी होंगे रिहा, इसमें 6 महिलाएं भी शामिल

मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर 156 कैदियों को रिहा किया जाएगा। यह रिहाई नीति में सुधार का हिस्सा है, और हर साल 5 विशेष अवसरों पर रिहाई दी जाती है।

author-image
Amresh Kushwaha
एडिट
New Update
madhya-pradesh-156 laborers-released-independence-day
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

हर साल स्वतंत्रता दिवस पर मध्यप्रदेश सरकार की रिहाई नीति के तहत, आजीवन कारावास से दंडित कैदियों को रिहा किया जाता है। इस वर्ष 15 अगस्त 2025 को राज्य की जेलों में निरूद्ध 156 कैदियों को रिहा किया जाएगा। इनमें 6 महिलाएं शामिल हैं, जो कई सालों से सजा काट रहे थे। राज्य सरकार का उद्देश्य कैदियों को नया जीवन देना और समाज में सुधार व पुनर्वास को बढ़ावा देना है।

जानें कौन से कैदी नहीं होंगे रिहा?

इस वर्ष, 156 कैदियों की रिहाई की घोषणा की गई है। इनमें से 6 महिलाएं और 150 पुरुष कैदी शामिल हैं। इन कैदियों के पास अब समाज में पुनः योगदान देने का एक नया अवसर होगा। रिहा होने वाले कैदियों में बलात्कार, पाक्सो एक्ट (POCSO) जैसे गंभीर अपराधों से दंडित कैदी शामिल नहीं हैं, क्योंकि इस नीति के तहत ऐसे अपराधों से दंडित कैदियों को माफी नहीं दी जाती।

रिहाई से पहले कैदियों को दिए गए यह प्रशिक्षण

रिहा किए जा रहे कैदियों को जेल में रहते हुए विभिन्न कौशल प्रशिक्षण प्रदान किए गए हैं। इनमें टेलरिंग, कारपेंटरी, लोहार, भवन मिस्त्री, और भवन सामग्री निर्माण के प्रशिक्षण शामिल हैं। इन प्रशिक्षणों के माध्यम से, कैदियों को आत्मनिर्भर बनने और समाज में फिर से समायोजित होने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि समाज में भी उनका योगदान अधिक सकारात्मक होगा।

रिहा होने वाले कैदियों की सूची

मध्यप्रदेश के विभिन्न जेलों से रिहा होने वाले कैदियों की संख्या इस प्रकार है-

क्र.जेल का नामरिहा कैदियों की संख्या
1.केन्द्रीय जेल, उज्जैन14
2.केन्द्रीय जेल, सतना17
3.केन्द्रीय जेल, नर्मदापुरम11
4.केन्द्रीय जेल, बड़वानी03
5.केन्द्रीय जेल, ग्वालियर16
6.केन्द्रीय जेल, जबलपुर14
7.केन्द्रीय जेल, रीवा19
8.केन्द्रीय जेल, सागर14
9.केन्द्रीय जेल, नरसिंहपुर06
10.केन्द्रीय जेल, इन्दौर10
11.केन्द्रीय जेल, भोपाल25
12.जिला जेल देवास01
13.जिला जेल, टीकमगढ़02
14.जिला जेल, इन्दौर02
15.सब जेल, पचई01
16.सब जेल, बण्डा01
कुल बंदी:156

जेल विभाग की रिहाई नीति में सुधार

मध्यप्रदेश के माननीय सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में रिहाई नीति में सुधार किया गया है। अब, आजीवन कारावास से दंडित कैदियों को हर वर्ष पांच विशेष अवसरों पर रिहा किया जाएगा, जबकि पहले केवल चार अवसरों पर रिहाई की जाती थी। इस सुधार के तहत, आजीवन कारावास से दंडित कैदियों की पुनर्वास प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बनाया गया है। अब मध्यप्रदेश सरकार ने पांचवें अवसर के रूप में राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस को भी शामिल किया है, जिससे अब कुल पांच अवसरों पर कैदियों को रिहाई मिल सकेगी।

  1. गणतंत्र दिवस (26 जनवरी)

  2. अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल)

  3. स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त)

  4. गांधी जयंती (2 अक्टूबर)

  5. राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस (15 नवम्बर)

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

स्वतंत्रता दिवस पर रिहाई | मध्यप्रदेश रिहाई नीति | मध्यप्रदेश जेल | MP News

MP News मध्यप्रदेश सीएम मोहन यादव मध्यप्रदेश सरकार गांधी जयंती स्वतंत्रता दिवस अंबेडकर जयंती गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता दिवस पर रिहाई मध्यप्रदेश रिहाई नीति मध्यप्रदेश जेल राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस