मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के जबलपुर में जिस तरह निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ फीस वृद्धि और किताब की मोनोपॉली को लेकर कार्रवाई की गई है, उसी प्रकार राजधानी भोपाल ( Capital bhopal ) के निजी स्कूल संचालकों ( private school operators ) के खिलाफ भी कार्रवाई ( action ) होगी। एसडीएम, जज और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में संयुक्त टीम बनाई गई है। ये भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को रिपोर्ट देगी।
बिना पूछे नहीं होगी फीस में बढ़ोत्तरी
जबलपुर में फीस वृद्धि को लेकर लगभग 51 लोगों ( निजी स्कूल संचालक, पब्लिशर और बुक सेलर्स ) के खिलाफ FIR के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी, उसी तर्ज पर भोपाल में भी फीस वृद्धि करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होने जा रही है। मामले को लेकर भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम का कहना है कि एसडीएम, जज और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में संयुक्त टीम बनाई गई है। ये पिछले 3 साल के डाटा को खंगालने जा रही है। हमने पहले भी कार्रवाई की थी, हम डिटेल में जांच करवा रहे हैं। स्कूल फीस के अलावा अन्य हेड में तो वृद्धि नहीं की गई है। कलेक्टर के बिना अनुमोदन के 10 % से ज्यादा वृद्धि नहीं की जा सकती है। जिन भी स्कूलों ने ऐसा किया होगा, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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20 लोगों को लिया हिरासत में
जबलपुर जिला प्रशासन ने निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गैर कानूनी तरीके से लगभग 80 करोड़ रुपए अतिरिक्त फीस वसूलने के आरोप में 51 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें से लगभग 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। 31 लोग अभी भी फरार हैं। कलेक्टर का कहना है कि इन सभी के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिला प्रशासन ने निजी स्कूलों को हिदायत दी है कि शहर के बाकी स्कूल गैर कानूनी तरीके से बढ़ाई गई फीस वापस करें, वरना उनके खिलाफ भी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
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