मध्य प्रदेश के देवास जिले में भैरव की मूर्ति को हरे रंग की चादर से ढंककर मजार बनाने की कोशिश की गई। इस कृत्य से गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया तो पुलिस ने जांच शुरू कर दी। मूर्ति को देखने के बाद मजार का काम रुकवा दिया गया। मामले में पुलिस ने 2 आरोपी युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
भाग गए चादर डालने वाले
देवास जिले के हरणगांव थाना क्षेत्र के मनोरा और झिरनिया गांव के जंगल में पहाड़ी पर स्थित भैरव बाबा की मूर्ति काफी प्राचीन है। लोगों ने बताया कि वे सालों से यहां पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। विवाद तब हुआ जब 3 अक्टूबर की रात कुछ लोगों ने मूर्ति को हरे रंग की चादर से ढक दिया। ईंट और रेत डालकर मजार बनाने की कोशिश की गई। इसकी जानकारी मिलने पर लोगों ने विरोध दर्ज कराया तो हरे रंग की चादर से ढकने वाले भाग गए।
फिर चढ़ाई हरी चादर
4 अक्टूबर की सुबह दो युवक फिर वहां पहुंचे और भैरव की मूर्ति को हरे रंग की चादर से ढंक दिया। जब लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे मारपीट करने लगे। साथ ही कहने लगे कि यह मजार है और इसे वे स्थाई बना देंगे। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। भैरव की मूर्ति से हरे रंग की चादर हटाई गई।
शांति भंग करने की कोशिश
हरणगांव थाना प्रभारी शुभम सिंह परिहार का कहना है कि आरोपी मंगल शाह और रज्जाक अली को गिरफ्तार कर लिया है।लोगों का कहना है कि नवरात्रि के दौरान उपद्रवी शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
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