इंदौर में संपदा 2 से पहली रजिस्ट्री, दोनों पक्ष घर पर ही रहे, ऑनलाइन लिंक गई और मोबाइल पर ही मिली रजिस्ट्री

मध्य प्रदेश सरकार ने संपदा-2 सॉफ्टवेयर 10 अक्टूबर से शुरू किया है। 11 अक्टूबर को पहला दस्तावेज पंजीकृत हुआ। दोनों पक्ष घर पर ही रहे, पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हुई। फिर मोबाइल पर दस्तावेज प्राप्त हुआ।

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Sanjay gupta
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Madhya Pradesh
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INDORE : रजिस्ट्री में एक बड़ा बदलाव करते हुए मप्र शासन ने 10 अक्टूबर से संपदा टू साफ्टेवयर शुरू कर दिया है। इसके तहत इंदौर पंजीयन कार्यालय वन में शुक्रवार 11 अक्टूबर को पहला दस्तावेज पंजीबद्ध हुआ। दोनों ही पक्ष घर पर रहे, ऑनलाइन ही पूरी प्रक्रिया हुई और फिर मोबाइल पर ही दस्तावेज मिल गया।

ऐसे हुई पूरी प्रक्रिया

नितिन उपाध्याय को क्रिश चौहान को पॉवर ऑफ एटार्नी करनी थी। इसके लिए उन्होंने संपदा टू की नई तकनीक को अपनाया। इसके तहत इंदौर वन पंजीयन कार्यालय में वरिष्ठ उप पंजीयक प्रदीप निगम के पास आवेदन आया। उन्होंने दस्तावेज जांचने के बाद मोबाइल पर लिंक भेजी और फिर सत्यापन करने के बाद दोनों पक्षकारों से ऑनलाइन बात की, दस्तावेज सत्यापित किए और फिर दस्तावेज पंजीबद्ध कर लिया। यह होते ही पांच मिनट में दोनों पक्षों को यह दस्तावेज मोबाइल पर भी मिल गए।

इस तरह चलता है सिस्टम

निगम ने बताया कि इसमें एक व्यवस्था है कि सर्विस प्रोवाइडर के जरिए आप बोल सकते हैं कि ऑफिस आकर करेंगे, तब पक्षकारों को सब रजिस्ट्रार ऑफिस आना होता है, यहां उनका अंगूठा लिया जाता है और पांच मिनट में ही दस्तावेज हो जाएगा। दूसरा विकल्प है कि वह केवायसी लें। इसमें उनके घर पर ही रहकर रजिस्ट्री होगी। उन्हें ऑफिस आने की जरूरत नहीं। इसके लिए संबंधित पक्षकारों के मोबाइल पर तय स्लाट पर लिंक जाती है, फिर वही व्यक्ति है या नहीं, इसके लिए ओटीपी जनरेट होकर सत्यापन होता है। इसके बाद ऑनलाइन पूरे दस्तावेज बताए जाते हैं। सत्यापित होने के बाद ओके करते ही घर पर मोबाइल पर ही रजिस्ट्री मिल जाती है।

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पूरी तरह कैशलेस, फैसलेस सुरक्षित सिस्टम

वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा ने बताया कि सीएम डॉ. मोहन यादवजी ने इसका शुभारंभ किया है यह पूरी तरह से कैशलेस और फैसलेस सिस्टम है। इसमें सभी भुगतान ऑनलाइन होते हैं। वहीं इसमें ऑफिस आने की भी जरूरत नहीं है, सब कुछ ऑनलाइन है। वहीं सुरक्षित काफी है क्योंकि सभी कुछ आधार से लिंक है। यदि आधार किसी और का है तो यह सिस्टम आगे चलेगा ही नहीं। यह सिस्टम समय के साथ गति पकड़ेगा और अब संख्या भी बढ़ेगी।

प्रदेश डिजिटल क्रांति का माइलस्टोन बनेगा : सीएम

सीएम मोहन यादव ने गुरुवार (10 अक्टूबर) को 'संपदा-2.0' पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया। उन्नत तकनीक पर आधारित इस सॉफ्टवेयर से लोग घर बैठे जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण कर सकेंगे। MP ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना, जहां पंजीयन दफ्तर के चक्कर लगाए लोग घर बैठे आसानी से जमीन और मकान की रजिस्ट्री करा सकते हैं। सीएम ने कहा है कि पीएम द्वारा शुरू किया गया डिजिटल इंडिया मिशन अब कल्पवृक्ष की तरह आमजन की हर जरूरत पूरी कर रहा है। मध्यप्रदेश में नवीन तकनीक पर आधारित 'संपदा-2.0' का नवाचार ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में डिजिटल क्रांति का माइलस्टोन बनेगा। इस नवाचार को पूरा देश फॉलो करेगा।

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