भोपाल. लोकसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान असामाजित तत्व किसी तरह की गड़बड़ी का प्लान ही न बना पाएं, इसके लिए प्रशासन ने नया तरीका निकाला है। प्रशासन की ओर से उपद्रवियों को सचेत करने के लिए बुलडोजर तैनात किए हैं। उपद्रव रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है ग्वालियर चंबल अंचल की मुरैना लोकसभा सीट पर।
50 बुलडोजर तैनात
मध्य प्रदेश के चंबल इलाके में आने वाले मुरैना लोकसभा सीट पर 7 मई को वोटिंग होना है। जिला प्रशासन ने चुनाव शांतिपूर्वक करवाने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया है। पुलिस ने बुलडोजर पर साफ लिखा है कि मतदान में अगर किया व्यवधान, किया तब शुरू होगा मेरा काम। पुलिस प्रशासन ने 50 बुलडोजर देहात इलाकों में तैनात किए हैं। चुनाव में गड़गड़ी की आशंका को देखते हुए कई लोगों को चिन्हित कर उनके यहां नोटिस भी चस्पा किए गए हैं। इसके साथ ही इलाकों में फ्लैगमार्च कर उपद्रवियों को सीधे चेतावनी दी है।
क्षत्रिय समाज से दोनों उम्मीदवार
ज्ञात हो कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार के भाई टिंकू नरेंद्र सिकरवार और सरपंच पर गोलीबारी की घटना सामने आई थी। इसके बाद प्रशासन को चुनाव शांति से करवाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।साल 2023 के विधानसभा चुनाव में मुरैना में हिंसा देखने को मिली थी। खासकर दिमनी क्षेत्र के तोमरघार में। बीजेपी प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर भी इस इलाके से आते हैं।
गांव-गांव घूम रहा बुलडोजर
मुरैना पुलिस-प्रशासन के लिए लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Election 2024 ) संपन्न बड़ी चुनौती है। कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी दोनों ही क्षत्रिय समाज से आते हैं। ऐसे में हिंसा होने का इनपुट प्रशासन को भी मिला है। कलेक्टर अंकित अस्थाना का कहना है कि प्रशासन ने संवेदनशील और अतिसंवेदन शील मतदान केंद्रों पर हिंसा फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके यहां नोटिस भी चस्पा करवा दिया है और चेतावनी स्वरूप बुलडोजर रखा हुआ है, जो गांव-गांव घूम रहा है।