BHOPAL. मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कड़ी कार्रवाई जारी है। भष्ट्र अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। कड़ी कार्रवाई और गिरफ्तारियों के बाद अधिकारी और कर्मचारी सबक नहीं ले रहे हैं। अब नए साल में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। रीवा लोकायुक्त ने बुधवार को मऊगंज में प्रभारी लेखपाल सहायक ग्रेड-3 को 50 हजार की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
जानें क्यों मांगी थी रिश्वत
रीवा लोकायुक्त टीम ने बुधवार को मऊगंज विकासखंड कार्यालय में बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त की टीम ने लेखपाल सहायक ग्रेड-3 राजाराम गुप्ता को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। लेखपाल ने सरकारी काम कराने के एवज में रिश्वत की डिमांड की थी। मामले में शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया और प्रमाण जुटाए और इसके बाद विकासखंड कार्यालय में लेखपाल को रिश्वत लेते हुए ट्रैप कर लिया।
लोकायुक्त की ट्रैप कार्रवाई
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सरकारी कामकाजी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रभारी लेखपाल सहायक ग्रेड-3 राजाराम गुप्ता ने रिश्वत की मांग की थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त रीवा ने शिकायत का सत्यापन किया और पूरी योजना के तहत आरोपी को ट्रैप करने के लिए कदम उठाए। लोकायुक्त ने पहले शिकायतकर्ता से सभी जरूरी जानकारी हासिल की, और फिर योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
आरोपी लेखपाल को तुरंत हिरासत में लेकर मनगवां कार्यालय ले जाया गया। उसके बाद, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
बता दें कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कड़ी कार्रवाई जारी है। इस कार्रवाई के माध्यम से एक संदेश गया है कि अब सरकारी कामकाजी प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह की कार्रवाई से जनता को प्रेरणा मिलती है कि वे किसी भी भ्रष्टाचार के मामले की शिकायत लोकायुक्त से दर्ज करवा सकते हैं, जिससे मामले में त्वरित कार्रवाई हो सके।
लोकायुक्त रीवा का एक्शन
लोकायुक्त रीवा ने यह साबित किया है कि भ्रष्टाचार पर कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई से सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित की जा सकती है। मऊगंज विकासखंड कार्यालय में हुई इस कार्रवाई ने इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा संदेश दिया है और अधिकारियों को यह चेतावनी दी है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी ढिलाई नहीं बर्दाश्त की जाएगी।
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