मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मानसून के दौरान भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। ग्वालियर (Gwalior) के डबरा (Dabra) क्षेत्र में घरों में पानी भर गया है, जबकि रायसेन (Raisen) में हलाली डैम (Halali Dam) के गेट खोले गए हैं। इस मानसून सीजन के सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम (strong system) ने पूरे प्रदेश को तरबतर कर दिया है।
हालांकि, शुक्रवार से सिस्टम थोड़ा कमजोर होने लगा है, लेकिन ग्वालियर-चंबल (Chambal) और जबलपुर (Jabalpur) संभाग के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (heavy rainfall alert) जारी किया गया है।
मौसम विभाग (IMD) ने 15 सितंबर से बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में एक नया सिस्टम सक्रिय होने की भविष्यवाणी की है, जिसका असर 16 सितंबर से प्रदेश में दिखेगा। मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव के अनुसार, 'वर्तमान सिस्टम उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की ओर बढ़ चुका है, लेकिन ग्वालियर-चंबल और जबलपुर संभाग में इसका प्रभाव अगले 24 घंटे तक रहेगा।'
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डबरा में बाढ़, 400 लोग फंसे
गुरुवार को ग्वालियर के डबरा कस्बे और सेकरा गांव में बाढ़ से स्थिति गंभीर हो गई। प्रशासन ने 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। ग्वालियर के कई गांवों में नदियों के उफान पर आने से जलभराव हो गया, जबकि अन्य इलाकों में भी पानी भरने से समस्याएं बढ़ीं। नर्मदा (Narmada) और पार्वती (Parvati) नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
भारी बारिश के कारण तबाही
जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट (Dumna Airport) की दीवार का 25 फीट हिस्सा बारिश के कारण ढह गया। वहीं, टीकमगढ़ (Tikamgarh) में धसान नदी में फंसे दो लोगों को 24 घंटे बाद बचाया गया। दतिया (Datia) में 400 साल पुराने किले की दीवार ढहने से 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 5 लोग एक ही परिवार के थे।
भिंड (Bhind) जिले में क्वांरी, सांक और सिंध नदियों में पानी का स्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे कई गांव प्रभावित हुए। अन्य जिलों में भी लगातार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जिसमें टीकमगढ़, पन्ना (Panna), और निवाड़ी (Niwar) शामिल हैं।
भर चुके हैं प्रदेश के डैम और तालाब
प्रदेश के लगभग 200 डैम (dams) पूरी तरह भर चुके हैं और कई जगहों पर डैम के गेट खोल दिए गए हैं। भोपाल (Bhopal) के केरवा डैम (Kerwa Dam) के 3 गेट खोले गए हैं, जबकि इंदिरा सागर (Indira Sagar) और ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) के गेट भी खुले हुए हैं। नदियों और जलाशयों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे नदियों के जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है। इस स्थिति में प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
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