New Update
Listen to this article
0.75x
1x
1.5x
00:00
/ 00:00
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की बंडोल पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताता था। वह ग्रामीणों को फर्जी पैन कार्ड देकर उनसे पैसे ठग रहा था। पुलिस ने उसके पास से 88 फर्जी पैन कार्ड, एक बाइक, लैपटॉप और प्रिंटर जब्त किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है
खुद को आयकर विभाग का अधिकारी
बंडोल थाना प्रभारी राजेश दुबे का कहना है कि 13 अक्टूबर को छिंदगवार गांव निवासी संतकुमार सनोडिया और कुंजबिहारी सनोडिया ने थाने में लिखित आवेदन दिया था। एक व्यक्ति छिंदगवार गांव में आकर लोगों को फर्जी पैन कार्ड देकर खुद को आयकर विभाग का अधिकारी बताकर उनसे पैसे ऐंठ रहा है। वह 13 अक्टूबर को भी गांव में आकर फर्जी पैन कार्ड देकर पैसे ऐंठ रहा है।
घर पर बनाया फर्जी पैन कार्ड
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कामता स्थित अपने घर पर ही फर्जी पैन कार्ड तैयार करता है। इसके बाद उसे प्रिंटर मशीन पर प्रिंट कर लेमिनेट करता है। जिससे फर्जी पैन कार्ड असली जैसा दिखने लगता है। इसके बाद वह ग्रामीणों को देकर उनसे पैसे ठगता है। थाना प्रभारी ने बताया है कि आरोपी ग्रामीणों से एक पैन कार्ड के लिए दो सौ रुपये लेता था। जांच की जा रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को फर्जी पैन कार्ड देकर ठगा है।
ऑनलाइन सर्च करने पर निकला फर्जी
आरोपी ने गांव के कोमल यादव को दिया। पैन कार्ड उसके मोबाइल फोन पर सर्च करने पर फर्जी पाया गया। इस पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और संदिग्ध निवेशक सुपले को पुलिस हिरासत में ले लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी ऐसे गांव के लोगों को अपना निशाना बनाता है, जहां के लोग सीधे-सादे और कम पढ़े-लिखे होते हैं। इसी वजह से उसने छिंदग्वार गांव को अपना ठिकाना बना रखा था।
महिला थाने में केस दर्ज
जांच में पता चला है कि आरोपी ने आसपास के अन्य गांवों में भी लोगों को ठगने का जाल फैला रखा है। थाना प्रभारी के मुताबिक आरोपी के खिलाफ कान्हीवाड़ा थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज है और उसकी पत्नी की शिकायत पर महिला थाने में भी मामला दर्ज किया गया है।
अगर आपको चेक करना है कि आपका पैन कार्ड असली है या नहीं तो इन तरीकों का इस्तेमाल कर के आप पैन कार्ड की असलियत का पता लगा सकते हैं।
पैन कार्ड चेक करने का तरीका...
- पैन कार्ड असली है या नहीं ये चेक करने के लिए आपको अपने स्मार्ट फोन और आयकर विभाग के एक ऐप की जरूरत पड़ेगी जिसके बाद आप बड़ी आसानी से पैन कार्ड को चेक कर सकते हैं।
- ऐप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पर जाएं और पैन क्यूआर कोड रीडर को डाउनलोड कर लें। ऐप डाउनलोड करते समय ये ध्यान दें कि आपने ओरिजिनल ऐप डाउनलोड किया हो, जिस पर एनएसडीएल लिखा हुआ हो।
- डाउनलोड करने के बाद ऐप खोल लें। इसके बाद आपको एक प्लस साइन जैसा ग्रीन कलर का व्यू फाइंड दिखेगा।
- इस ग्राफिक व्यू फाइंडर की मदद से आप अपने क्यूआर कोड को कैप्चर करें। यह बिल्कुल किसी फोटो की तरह ही आपके क्यूआर कोड को कैप्चर करेगा।
- जैसे ही आपका कैमरा क्यूआर कोड को पढ़ लेगा आपके पास नोटिफिकेशन आ जाएगा।
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर आपके पैन कार्ड से जुड़ी डिटेल्स आ जाएंगी, अगर दोनों डीटेल्स मैच करती हैं तो इसका मतलब यह है कि आपका पैन कार्ड असली है, मगर वहीं अगर पैन कार्ड और क्यूआर की डीटेल्स अलग हैं तो आपके साथ फ्रॉड हुआ है।
पैन कार्ड के बारे में
पैन कार्ड के प्रकार क्या हैं?
भारत में पैन कार्ड मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं: व्यक्तिगत पैन कार्ड, कंपनी द्वारा जारी किया गया पैन कार्ड, और एनआरआई पैन कार्ड। ये विभिन्न जरूरतों के अनुसार बनाए जाते हैं।
क्या पैन कार्ड की पहचान करने का कोई तरीका है?
हां, पैन कार्ड की पहचान करने का एक तरीका यह है कि उसमें क्यूआर कोड होना चाहिए। यह क्यूआर कोड आपके पैन कार्ड नंबर, जन्म तिथि, और माता-पिता का नाम जैसी जानकारी रखता है।
क्यूआर कोड का क्या महत्व है?
क्यूआर कोड की मदद से आप अपने पैन कार्ड की असलियत चेक कर सकते हैं। यह कोड जाली पैन कार्ड के मामलों को कम करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें आवश्यक जानकारी सुरक्षित होती है।
कैसे पता करें कि मेरा पैन कार्ड असली है या नकली?
आप पैन क्यूआर कोड रीडर ऐप का उपयोग करके अपने पैन कार्ड की जानकारी चेक कर सकते हैं। ऐप डाउनलोड करने के बाद, क्यूआर कोड को स्कैन करें। यदि जानकारी मेल खाती है, तो आपका पैन कार्ड असली है।
पैन कार्ड की पहचान करने के लिए ऐप कैसे डाउनलोड करें?
आपको अपने स्मार्टफोन पर "पैन क्यूआर कोड रीडर" ऐप डाउनलोड करना होगा। सुनिश्चित करें कि आपने एनएसडीएल द्वारा जारी ओरिजिनल ऐप डाउनलोड किया है, ताकि सही जानकारी प्राप्त कर सकें।