मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह के कारण मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, राजगढ़ और गुना समेत करीब 20 जिलों में बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुना में सबसे ज्यादा 45 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा शाजापुर, आगर-मालवा, धार, दमोह, नर्मदापुरम, खरगोन, शिवपुरी, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सतना, टीकमगढ़, मंदसौर और रतलाम में भी बारिश हुई। बाकी जिलों में मौसम साफ रहा।
बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मुताबिक, शिवपुरी, विदिशा, निवाड़ी ओरछा, टीकमगढ़, छतरपुर खजुराहो, उत्तरी पन्ना, दतिया, सिंगरौली, मऊगंज में बिजली गिरने के साथ भारी बारिश की संभावना है। साथ ही गुना, राजगढ़, अशोकनगर में बिजली चमकने के साथ मध्यम तूफान की भी संभावना है. सागर, दक्षिण पन्ना, श्योपुर, ग्वालियर, सीधी, रीवा, सतना चित्रकूट, हरदा, छिंदवाड़ा, भिंड, मुरैना के साथ ही भोपाल, रायसेन, सीहोर, शाजापुर, पांढुर्ना, नर्मदापुरम पचमढ़ी, दमोह मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, बैतूल, सिवनी, शहडोल, मैहर, झाबुआ, अलीराजपुर में 29, 30 सितंबर को हल्की आंधी और बिजली चमकने के साथ बारिश होगी।
गांधी सागर बांध के तीन गेट खुले
मौसम विभाग का कहना है कि एक-दो दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। इधर मंदसौर में गांधी सागर बांध में जलस्तर लबालब हो गया है। बांध के तीन गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के जलग्रहण क्षेत्र में 94500 क्यूसेक पानी आ रहा है। जिससे बांध का जलस्तर 1311.18 फीट पर पहुंच गया है।
प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में सिस्टम का असर
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेद प्रकाश का कहना है कि मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण एमपी में बारिश का दौर चल रहा है। सिस्टम से प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा प्रभावित है। यह सिस्टम आगे बढ़ेगा, इसलिए अगले 24 घंटों में कुछ जिलों में बारिश का दौर रहेगा।
बारिश के मामले में ये संभाग सबसे आगे
मध्य प्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, जिसके बाद से लगातार भारी बारिश हो रही है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 60 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। सिवनी में 56.7 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में 52 इंच बारिश हुई है। भोपाल, सागर, निवाड़ी, डिंडोरी, सीधी और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां 50 इंच या उससे ज्यादा बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में रायसेन और नर्मदापुरम जिले भी शामिल हैं।
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