अब महाकालेश्वर-ओंकारेश्वर और त्रंयबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे आसान

श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। अब तीन ज्योतिर्लिंग सीधे जुड़ेंगे। इससे भक्त आराम से एक बार में ही ओंकारेश्वर-महाकालेश्वर और त्र्यंबकेश्वर के दर्शन कर सकेंगे 

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Pratibha ranaa
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भोले के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। महाकालेश्वर-ओंकारेश्वर और त्रंयबकेश्वर के दर्शन करना अब पहले से काफी आसान हो जाएगा। तीनों ज्योतिर्लिंग अब सीधे जुड़ेंगे। भक्त एक बार में ओंकारेश्वर-महाकालेश्वर और त्र्यंबकेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। तीनों ज्योतिर्लिंगों को अब रेलवे मार्ग से सीधा जोड़ा जा रहा है।

एक ही बार में तीनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

दूर- दूर से लोग इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने आते हैं और उनको आत्मिक शांति मिलती है। बता दें, महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश में हैं। जबकि त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक से लगभग 28 किमी की दूरी पर ब्रह्मगिरी नामक पर्वत के पास स्थित है।

अब भक्त एक ही बार में तीनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन ट्रेन में सफर कर आसानी से कर सकेंगे। बता दें, ज्योतिर्लिंग कॉरिडोर योजना के अंतर्गत यह काम किया जा रहा है।

शुरू होगी MEMU ट्रेन

सनावद से ओंकारेश्वर रोड स्टेशन तक 5 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक अब बनकर तैयार है। ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महज 12 किलोमीटर दूर है। ओंकारेश्वर रोड तक ट्रेन से इंदौर या खंडवा से आसानी से जाया जा सकेगा।

खंडवा से सनावद चलने वाली मेमू ट्रेन को ओंकारेश्वर रोड तक विस्तारित किया जाएगा। यह ट्रेन सितंबर से चलेगी। सिंहस्थ- 2028 के लिए प्रधानमंत्री ज्योतिर्लिंग कॉरिडोर योजना के तहत ओंकारेश्वर रोड को नासिक रोड (त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग) स्टेशन से जोड़ा गया है। इसके पीछे की वजह ये है कि सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर-ओमकारेश्वर और त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने में किसी तरह की कोई मुश्किल ना आए।

ज्योतिर्लिंग के बारे में जानिए...

सोमनाथ, गुजरात

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "चंद्रमा का स्वामी"। यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना चंद्रदेव ने की थी। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रथम माना जाता है।

मल्लिकार्जुन, आंध्र प्रदेश

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "पार्वती का पति"। यह ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना भगवान शिव ने स्वयं की थी। मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में द्वितीय माना जाता है।

महाकालेश्वर, मध्य प्रदेश

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "मृत्यु के देवता"। यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना ब्रह्मा जी ने की थी। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में तृतीय माना जाता है।

ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश 

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "ॐ का स्वामी"। यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना भगवान शिव ने स्वयं की थी। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में चतुर्थ माना जाता है।

केदारनाथ, उत्तराखंड

केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "केदार का स्वामी"। यह ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड के केदारनाथ में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना पांडवों ने की थी। केदारनाथ ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में पंचम माना जाता है।

भीमाशंकर, महाराष्ट्र

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "भीम का स्वामी"। यह ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के सह्याद्री पर्वत श्रृंखला में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना भीम ने की थी। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में षष्ठ माना जाता है।

त्र्यंबकेश्वर, महाराष्ट्र

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग का अर्थ है "तीन मुखों वाला"। यह ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर में स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना ब्रह्मा जी ने की थी। त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में सप्तम माना जाता है।

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, झारखंड

यह ज्योतिर्लिंग झारखंड राज्य के देवघर में स्थित है। इसे 'बाबा वैद्यनाथ' और 'झारखंड का शिव' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि यह ज्योतिर्लिंग स्वयंभू है और भगवान शिव यहाँ 'वैद्यनाथ' रूप में विराजमान हैं। यह ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल ह

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात

यह ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के द्वारका में स्थित है। इसे 'द्वारकाधीश' और 'नागेश्वर महादेव' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि भगवान शिव ने यहाँ नागों के राजा 'तक्षक' को वरदान दिया था। यह ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।

रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग, तमिलनाडु

यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम में स्थित है। इसे 'रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग' और 'रामेश्वरम मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम ने यहाँ रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद शिवलिंग की स्थापना की थी। यह ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदुओं के लिए एक महत्वप

विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तर प्रदेश

यह ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी (काशी) में स्थित है। इसे 'काशी विश्वनाथ' और 'बाबा विश्वनाथ' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि यह ज्योतिर्लिंग स्वयंभू है और भगवान शिव यहां 'विश्वनाथ' रूप में विराजमान हैं। 

घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र

यह ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र राज्य के दौलताबाद में स्थित है। इसे 'घुश्मेश्वर' और 'शिवालय' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि यह ज्योतिर्लिंग स्वयंभू है और भगवान शिव यहाँ 'घुश्मेश्वर' रूप में विराजमान हैं। 

pratibha rana

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