mahaamandaleshvar mandaakini : निरंजनी अखाड़ा ( Niranjani Akhara ) की महामंडलेश्वर रहीं मंदाकिनी पर सबसे पहले आरोप लगाने वाले संत सुरेशानंद को धमकाने और मारपीट के मामले में कोर्ट ने जेल भेज दिया है। मामला 2023 का है जहां एक आश्रम पर कब्जे को लेकर हुए विवाद में सुरेशानन्द ने अपने साथी के साथ मिलकर एक अन्य संत को धमकाया था।
कहार वाड़ी परमधाम आश्रम को लेकर विवाद
महामंडलेश्वर बनाने के एवज में महामंडलेश्वर मंदाकिनी पर रुपए मांगने का आरोप लगाने वाले संत सुरेशानंद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, 2023 के एक मामले में कोर्ट ने सुरेशानंद को जेल भेज दिया है। महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि पूरा विवाद कहार वाड़ी परमधाम आश्रम को लेकर था, जहां पर हरिद्वार के संत परमानन्द के आदेश के बाद परमधाम आश्रम में बोधानन्द को हटाकर संत सम्पूर्णानन्द को आश्रम को संचालित करने की कमान सौंपी थी।
9 महीने बाद की गई कार्रवाई
1 अगस्त 2023 को सम्पूर्णानन्द ने महाकाल थाने में पहुंचकर संत सुरेशानंद और निलेशानंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। सम्पूर्णानंद ने आरोप लगाया था कि सुरेशानन्द और निलेशानंद ने आश्रम आकर धमका कर मारपीट चाक़ू निकालकर आश्रम छोड़ देने की धमकी दी थी। महामंडलेश्वर मन्दाकिनी
महाकाल थान पुलिस ने इस मामले में करीब 9 माह बाद कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सुरेशानंद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया जिसके बाद कोर्ट ने सुरेशानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं निलेशानंद फरार बताया गया है।