इंदौर के प्रतिष्ठित व्यापारिक, औद्योगिक संगठन मालवा चैंबर ऑफ कामर्स में गणेश चतुर्थी के दिन बड़ा धार्मिक विवाद हो गया। मामला धर्मनिरपेक्ष विरुद्ध सनातन धर्म तक पहुंच गया। गणेश स्थापना के दौरान शनिवार दोपहर को यह विवाद हुआ।
यह विवाद संस्थान के चेयरमैन और इंदौर व मप्र के जाने-माने उद्योगपति हिंदुस्तान फास्फेट प्रालि के मालिक अशोक बड़जात्या और बीजेपी बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रमुख व चेंबर के ही वाइस प्रेसिडेंट डॉ. एसएल शर्मा के बीच हुआ है।
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गणपति पूजा में बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम बोलने का आरोप
मालवा चैंबर के नए ऑफिस में 7 सितंबर शनिवार को गणेश जी की स्थापना हुआ। इस दौरान चैंबर के वाइस प्रेसिडेंट व बीजेपी के बुद्धीजीवी प्रकोष्ठ के डॉ. एसएल शर्मा पूजा कर रहे थे। पूजा के बाद उन्होंने सभी को तिलक लगया और प्रसाद वितरण किया। डॉ. शर्मा ने द सूत्र को बताया कि पूजा के बाद चेयरमैन अशोक बड़जात्या ने कहा कि अब हमको सर्व धर्म प्रार्थना करना है ओर सबसे पहले ...बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम बोलना है। इस पर मैंने विरोध किया और वहां से चला गया। यह सनातन धर्म का अपमान है।
नारंग ने किया फोन मामले को यहीं खत्म कीजिए
शर्मा व अन्य नाराज लोगों को बाद में संस्था के प्रेसिडेंट अजीत सिंह नारंग ने फोन किया और कहा कि हमे इस मामले को यहीं खत्म कर देना चाहिए, लेकिन शर्मा ने कहा कि बड़जात्या ने सनातन धर्म का अपमान किया है। ऐसे पवित्र मौके पर इस तरह की बात की है, जो धर्म का अनादर है। इसके बाद शर्मा ने अपने मित्रें को घटना की जानकार देते हुए मैसेज भी किया कि हम अशोक बड़जात्या की गणेश पूजा मे बिस्मिल्लाह ए रहीम बोलने की घोर निन्दा करते है, आपसे सहयोग की अपेक्षा है।
बड़जात्या बोले यह संकीर्ण विचारधारा
वहीं बड़जात्या ने द सूत्र से चर्चा की और कहा कि मैंने पूजा में कोई विघ्न नहीं डाला, यह पूजा होने के बाद, क्योंकि यह व्यापारी, उद्योगपितयों का चैंबर है। इसमें सभी धर्म के लोग है और हमने नया ऑफिस लिया है, इसलिए सब होने के बाद कहा था कि हमे धर्मनिरपेक्ष भाव से सभी धर्मों को साथ लेकर चलना है। फिर मैंने सभी धर्म की लाइन जिसमें गायत्री मंत्र भी था, सिख समाज के वचन भी थे, जैन समाज के वचन थे यह सभी बोले और साथ ही मुस्लिम समाज से जुड़ी लाइन बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम कहा था। शर्मा संकीर्ण विचारधारा की बात कर रहे हैं, मैंने पूजा में कोई विघ्न नहीं डाला, उन्होंने तो पूजा भी ढंग से नहीं की, जबकि पंडित को कराना थी, वह दरअसल चैंबर में कुछ चेयरमैन बनना चाहते थे जो मैं बन गया, तभी से वह मेरे खिलाफ काम कर रहे हैं।
कौन हैं बड़जात्या
बडजात्या के मप्र के जाने-माने उद्योगपति है और वह हिंदुस्तान ग्रुप के प्रमुख है। उनकी साफ्टेवयर कंपनी व अन्य इंडस्ट्री भी है। दस साल पहले वह एआईएमपी (एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मप्र) के चेयमरैन भी थे, लेकिन बाद में कार्यशैली के चलते वह विवादों में आ गए और संस्था से उन्हें बाहर कर दिया था। वह दिंगंबर जैन महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, लायंस क्लब के डायरेक्टर भी है।
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