/sootr/media/media_files/b3PykB9B24uqhxKirA48.jpg)
मध्य प्रदेश के भोपाल में मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( Maulana Azad National Institute of Technology ) के परिसर में अब स्टूडेंट्स टू-व्हीलर नहीं चला सकेंगे। अब यहां इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। छह- छह करोड़ रुपए की चार ई- बसें कैंपस में पहुंच गई हैं, जिन्हें जल्द ही शुरू किया जाएगा।
एक बस की कीमत 6 करोड़ रुपए है। संस्थान के पूर्व छात्र ने ये बसें दी हैं। मैनिट को ग्रीन कैंपस बनाने की योजना के चलते इन बसों का यहां संचालन किया जाएगा।
मैनिट में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अब सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें ही चलेंगी। कैंपस में 4 इलेक्ट्रिक बसें आ चुकी हैं। बताया जा रहा है कि मैनिट में अलग- अलग कोर्सेस में करीब पांच हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। यहां लगभग ढाई हजार वाहन थे। इन्हें अब कैंपस में नहीं लाया जा सकेगा।
एक बस में बैठ सकेंगे 50 स्टूडेंट्स
मैनिट में चलने वाली इलेक्ट्रिक एक बस में कुल 50 स्टूडेंट्स बैठ सकेंगे। ये बसें छात्र को हॉस्टल से उनके डिपार्टमेंट तक पहुंचाएंगी। अगर स्टूडेंट को किसी काम से कैंपस से बाहर जाना है, तब भी ये बस उन्हें मेन गेट तक छोड़ेंगी।
किसने दी ये बसें
जानकारी के मुताबिक मैनिट को ये ई- बसें संस्थान के पूर्व छात्र ने दी हैं। मैनिट के पूर्व छात्र विवेक देवांगन ने ये बसें दी हैं। वे आईएएस हैं। वर्तमान में आरईसी लिमिटेड के सीएमडी हैं।