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शहर के मित्र होने का वादा करने वाले महापौर पुष्यमित्र भार्गव अपने ही वार्ड में रहवासियों से घिर गए हैं। गुरुवार सुबह उनके निवास पर क्षेत्र के कई रहवासी पहुंच गए और बाहर काफी देर तक धरना देते रहे।
यह अपने क्षेत्र जो महापौर का भी क्षेत्र है सुदामानगर, उसकी समस्याएं बताने के लिए आए थे। हालांकि महापौर नहीं मिले और रहवासी उनके प्रतिनिधि को समस्या बताकर चले गए।
यह है मामला
वार्ड 82 के रहवासियों का कहना था कि सड़क निर्माण अधूरा है और इसके चलते हम भूलभूत जरूरतों के लिए भी तरस गए हैं। नल लाइन हो या ड्रेनेज लाइन सभी फूट गई है। कचरा गाड़ी नहीं पाती है और ना ही बच्चों की स्कूल बस वहां तक आ पाती है। हमे भी इसके चलते घर के बाहर सीढ़ियां लगाकर आना-जाना करना पड़ता है।
तीसरी बार उठा रहे अपनी मांग
अपनी समस्याओं को लेकर ये लोग तीसरी बार फरियाद लेकर आए थे, इसलिए आक्रोश भी बढ़ गया। हालांकि इस दफा भी उनकी महापौर से मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन इस घटना ने नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इससे एक दिन पहले बुधवार को ही निगम के पीएचई विभाग की लापरवाही सामने आई थी, जब नई लाइन डालने के लिए खोदे गए गड्ढे में एक बच्ची गिर गई, मुश्किल से उसकी जान बची थी। बारिश के कारण गड्ढों में पानी भर गया है। इसके पहले भी एक मासूम की मौत गड्ढे में गिरने से हो चुकी है।