INDORE. कांग्रेस दफ्तर गांधी भवन पर बीजेपी सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ( Minister Kailash Vijayvargiya ) के पहुंचने के मामले में शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा और जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव को नोटिस अवधि के दौरान निलंबित करने तक की कार्रवाई हो गई। लेकिन इस दौरान कई घटनाक्रम हुए जिस पर पार्टी सगंठन ने चुप्पी साध ली है। दो नहीं वहां पर करीब दस पदाधिकारी, कांग्रेस नेता मौजूद थे, जिन्होंने विजयवर्गीय का स्वागत किया, एक ने तो पैर छुए, जो अब नए शहराध्यक्ष के भी दावेदार हैं।
दीपू यादव ने पैर छुए, सेलिब्रिटी की तरह स्वागत
12 जुलाई को जैसे ही मंत्री विजयवर्गीय गांधी भवन के नीचे पहुंचे, पहले से ही कांग्रेस के पदाधिकारी वहां नीचे ही खड़े हुए थे। उनके उतरते ही सेलिब्रिटी की तरह स्वागत के लिए कांग्रेस नेता उतारू हो गए। सुरजीत सिंह चड्ढा कमर झुकाकर नमस्ते करते हुए दिखाई दिए, तो वहीं दीपू यादव ने तो आगे बढ़कर कैलाश विजयवर्गीय के पैर छु लिए। हर कोई हाथ मिलाकर उनका स्वागत करने के लिए उतारू हो गया था। विजयवर्गीय ने भी किसी के कंधे पर हाथ रखा तो किसी से हाथ मिलाया और किसी को नमस्ते किया। पैर छूने वालों को आशीर्वाद दिया।
गुलाब जामुन इन्होंने बुलाए
वहीं सबसे बड़ी बात जो उठ रही थी मंत्री विजयवर्गीय के स्वागत के लिए गुलाबजामुन बुलाए गए। जानकारी के अनुसार पास के कमरे में ही बैठे संगठन मंत्री महेंद्र रघुवंशी द्वारा इसका आर्डर दिया गया था। यही गुलाबजामुन विजयवर्गीय ने चड्डा को अपने हाथों से खिलाया जो बाद में उनके लिए कड़वा निकल गया। वहीं चड्ढा ने चाय का आर्डर दिया, मंत्री विजयवर्गीय के लिए फीकी (शुगर फ्री) चाय बुलाई गई।
दो पर ही कार्रवाई, लेकिन थे तो यह भी मौजूद
कांग्रेस में बात उठ रही है कि इस पूरे मामले में दो पर ही कार्रवाई क्यों? मौजूद तो वहां दर्जन भर नेता थे, सभी ने स्वागत किया और किसी ने भी आपत्ति नहीं ली। मौजूद रहने वालों में सेवादल अध्यक्ष मुकेश यादव, शहर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव, संभागीय प्रवक्ता सनी राजपाल, प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल पूर्व प्रतिपक्ष नेता शेख अलीम, पूर्व पार्षद दीपू यादव वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश चौकसे, गिरधार नगर, अभिषेक करोसिया भी मौजूद थे।
कांग्रेस दफ्तर आने पर पार्षद पति दीपू कैलाश विजयवर्गीय के पैर छूते हुए।
दीपू शहराध्यक्ष की दौड़ में, जिन्होंने पैर छुए
मप्र कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र भवंर सिंह के संबंध दीपू यादव से काफी करीबी है। इसलिए पैर छूने के बाद भी इस बात को अनदेखा किया गया। वहीं संबंधों के चलते दीपू यादव जिनकी पत्नी पार्षद है, वह शहराध्यक्ष की दौड़ में हैं। लेकिन एक शहराध्यक्ष चड्ढा केवल गुलाबजामुन खाने और खिलाने में निलंबित हो गए, वहीं दूसरे दावेदार दीपू ने तो पहले ही कमर झुकाकर पैर छु लिए। ऐसे में कांग्रेस का हाल क्या होने वाला है, किसी को नहीं पता। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के शहर में ही कांग्रेस संगठन का हाल-बेहाल है और कांग्रेस यहीं पर सबसे ज्यादा निशाने पर आ गई है।