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मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्वतंत्रता दिवस पर मंत्री राकेश सिंह बच्चों के मिड डे मील कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां की अव्यवस्था ने उनका मूड खराब कर दिया।
जब मंत्री राकेश सिंह बच्चों के साथ भोजन करने पहुंचे, तो उन्हें थालियों पर गंदगी नजर आई, जिससे वह भड़क गए। प्रशासन ने तुरंत नई थालियां मंगवाईं, लेकिन मंत्री ने घटना के बाद पचमढ़ी में दूसरे कार्यक्रम का बहाना बना कर कार्यक्रम छोड़ दिया।
प्रशासन की लापरवाही
यह घटना 15 अगस्त को एसपीएम माध्यमिक शाला में हुई। वहां बच्चों के लिए मिड डे मील कार्यक्रम आयोजित किया गया था। राकेश सिंह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
उनके साथ विधायक डॉ. सीता सरन शर्मा, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, कलेक्टर सोनिया मीना और एसपी डॉ. गुरकरन सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने बच्चों को दी गई गंदी थालियां देखी। यह देखकर वह नाराज हो गए और अधिकारियों को गंदे बर्तनों को बदलने का निर्देश दिया।
बदली गई थालियां
बर्तनों को बदले जाने के बाद कार्यक्रम को फिर से आगे बढ़ाया गया। मंत्री राकेश सिंह ने बच्चों को भोजन परोसते हुए उन्हें खिलाया, लेकिन खुद भोजन करने के बजाय पचमढ़ी में दूसरे कार्यक्रम का हवाला देते हुए जल्दी कार्यक्रम स्थल से चले गए।
3 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी👉 15 अगस्त को MP के नर्मदापुरम जिले में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित mid day meal कार्यक्रम में मंत्री राकेश सिंह शामिल हुए। जब वह बच्चों के साथ भोजन करने पहुंचे, तो थालियों में गंदगी देखकर नाराज हो गए। 👉 मंत्री के गुस्से के बाद प्रशासन ने तुरंत नई थालियां मंगवाईं। हालांकि, यह घटना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, जिससे कार्यक्रम की साख प्रभावित हुई। 👉 थालियां बदलने के बाद मंत्री ने बच्चों को भोजन परोसा, लेकिन खुद भोजन नहीं किया और पचमढ़ी में दूसरे कार्यक्रम का बहाना बनाकर कार्यक्रम स्थल से चले गए। |
लापरवाही के कारण कार्यक्रम की साख प्रभावित
मंत्री ने घटना के बाद सुधार करवा लिया, लेकिन लापरवाही के कारण कार्यक्रम की साख प्रभावित हुई। बच्चों के लिए आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रशासन की गलती से खराब हो गया।
रस्म अदायगी क्यों ?
इधर 15 अगस्त के मुख्य समारोह के दौरान रायसेन जिला मुख्यालय स्थित गर्ल्स स्कूल में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान केवल 3 बच्चियां स्कूल में थीं, जबकि नेता और अधिकारियों की संख्या उनसे अधिक थे।
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