मप्र का बजट आने से पहले सीएम ने मंगलवार यानी 2 जुलाई कि शाम ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विधायकों के साथ CM हाउस में बैठक की थी। इस दौरान सीएम ने विधायकों को ऑफिस ऑटोमेशन के लिए 5 लाख रुपए देने की बात कही थी। आज बजट में भी वित्त मंत्री ने इसकी घोषणा कर दी।
ऑफिस जुडेंगे मुख्यमंत्री कार्यालय से
जानकारी के मुताबिक सीएम ने विधायकों को अपना हाईटेक ऑफिस तैयार करने के लिए 5 लाख रुपए देने की भी बात कही है। इसी के साथ सीएम ने कहा कि विधायकों का ऑफिस सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ा रहेगा।
अब विधायकों को भोपाल तक बार-बार आने की जरूरत नहीं पडे़गी। आप लोगों के ऑफिस से मुख्यमंत्री कार्यालय तक अपनी बात आसानी से पहुंचाकर समाधान करा सकेंगे।
शासन द्वारा दी जाएगी 60 करोड़ की राशि
ऑनलाइन बीमारी सहायता
इसी के साथ बैठक में शामिल हुए विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आपके क्षेत्र में यदि किसी गंभीर बीमार व्यक्ति के उपचार के लिए आर्थिक मदद की आवश्यकता है तो उस बीमार के परिवार को भोपाल तक आने की जरूरत नहीं पडे़गी।
अब विधायक गण ऑनलाइन बीमारी सहायता के प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजेंगे तो बिना भोपाल आए आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। सीएम ने यह भी कहा कि बीमारी सहायता के इस्टीमेट देने में कुछेक अस्पतालों द्वारा प्राक्कलन बीमारी के अनुमानित खर्च से बढ़ा-चढ़ाकर भेजे जा रहे हैं।
इसके लिए बीमारी सहायता के प्रकरणों की जांच कर त्वरित सहायता मुहैया कराने के लिए एक चिकित्सक को मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात किया है, जो प्रकरणों की जांच कर राशि स्वीकृत कराएंगे।
विधायकों को हर साल 15 करोड़ रुपए
सीएम ने इस बैठक में कहा कि विधायकों को विधायक निधि के अलावा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए 15 करोड़ रुपए हर साल दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक अब कलेक्टर विधायकों के साथ बैठक कर उनके प्रस्तावों के अनुसार फंड स्वीकृत करेंगे।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक