मध्यप्रदेश के सांसदों को मोदी कैबिनेट में जगह मिलने की चर्चाएं चल पड़ी हैं। संभावना जताई जा रही है कि साढ़े 16 साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chouhan ) मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान को संभवत: कृषि मंत्रालय दिया जा सकता है।
दूसरा नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) का आता है। सिंधिया गुना सीट से बड़ी जीत दर्ज कर रहे हैं, वर्तमान में वे नागरिक उड्डयन मंत्री हैं, ऐसे में इस बार भी उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि देश में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने जा रहे हैं
इंदौर से सांसद शंकर लालवानी ( Shankar Lalwani ) भी मंत्री बन सकते हैं। उन्हें केन्द्र में मंत्री बनाकर बीजेपी मालवा को साधने का प्रयास करेगी। इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मंत्री बन सकते हैं। बताया जा रहा है वीडी शर्मा का प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल समापन की ओर है, ऐसे में उन्हें केन्द्र में मंत्री बनाया जा सकता है, जबकि दलित वर्ग को साधने के लिए फग्गन सिंह कुलस्ते ( Faggan Singh Kulaste ) भी मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।
29 की 29 सीटों पर भाजपा की बढ़त
बता दें मध्यप्रदेश में जारी मतगणना में फिलहाल मप्र की 29 की 29 सीटें भाजपा के खाते में जाती हुई नजर आ रही है। भोपाल से आलोक शर्मा, इंदौर से शंकर लालवानी, ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह, जबलपुर से आशीष दुबे, छिंदवाड़ा से बंटी साहू, राजगढ़ से रोडमल नागर, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदिशा से शिवराज सिंह चौहान, खजुराहो से वीडी शर्मा, उज्जैन से अनिल फिरोजिया, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते, टीकमगढ़ से डॉ. वीरेन्द्र कुमार, होशंगाबाद से चौधरी दर्शन सिंह, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, रतलाम से अनिता नागर सिंह चौहान, सीधी से डॉ. राजेश मिश्रा, शहडोल से हिमाद्री सिंह, खंडवा से ज्ञानेश्वर पाटिल, बालाघाट से डॉ. भारती पारधी, दमोह से राहुल लोधी, सतना से गणेश सिंह, बैतूल से दुर्गादास उइके, मुरैना से शिवमंगल सिंह तोमर, भिंड से संध्या राय, सागर से लता वानखेड़, रीवा से जर्नादन मिश्रा, धार से सावित्री ठाकुर, खरगोन से गजेंद्र सिंह और देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी आगे चल रहे हैं।