मध्य प्रदेश के आदिवासी छात्रों को मोहन सरकार बड़ी सौगात देने जा रही है। राज्य में आदिवासी छात्रों के लिए 100 आदिवासी छात्रावास बनाए जाएंगे। एमपी के 20 जिलों में 400 करोड़ रुपए की लागत से 100 आदिवासी छात्रावास बनाए जाएंगे। इसके तहत धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत 50 ब्लॉक में 100-100 सीटों के 2 छात्रावास बनाए जाएंगे।
शिक्षा एवं आवासीय सुविधाओं पर विशेष ध्यान
मंत्री कुंवर विजय शाह का कहना है कि धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान में केन्द्र सरकार देशभर में जनजातीय विद्यार्थियों की शिक्षा एवं आवासीय सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके तहत केन्द्र सरकार ने देश के सभी राज्यों से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार जनजातीय छात्रावासों के निर्माण को मंजूरी दी है।
4 करोड़ की लागत से बनेंगे छात्रावास
आदिवासी छात्रवास केन्द्र सरकार की मदद से बनाए जाएंगे। दरअसल केन्द्र सरकार ने देश के सभी प्रदेशों से ट्रायबल छात्रावास को लेकर प्रस्ताव मांगे थे। सभी ट्राइबल छात्रावासों में 4-4 करोड़ रूपए की लागत और 100-100 सीटर होंगे।
इन जिलों में बनेंगे छात्रावास
अलीराजपुर जिए के जोबट, कट्ठीवाड़ा, सोण्डवा एवं उदयगढ़, बड़वानी जिले के पानसेमल एवं पाटी, बैतूल जिले के भीमपुर, मुल्ताई एवं शाहपुर, छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा, बिछुआ, हर्रई, जुन्नारदेव, परासिया एवं तामिया, दमोह जिले के तेंदूखेडा, डिंडोरी जिले के डिंडोरी, मेहंदवानी, समनापुर एवं शाहपुरा, जबलपुर जिले के कुंडम, झाबुआ जिले के पेटलावद, रामा, रानापुर एवं थांदला, खरगोन जिले के भगवानपुरा, भीकनगांव एवं झिरन्या, मंडला जिले के नारायणगंज, नरसिंहपुर जिले के नरसिंहपुर, पन्ना जिले के पवई, सतना जिले के रामपुर-बघेलान, सीहोर जिले के नसरूल्लागंज, सिवनी जिले के छपारा, धनौरा, कहानापस (घन्सौर) एवं लखनादौन, शहडोल जिले के ब्यौहारी, बुढ़ार एवं जयसिंहनगर, श्योपुर जिले के कराहल एवं विजयपुर, शिवपुरी जिले के खनियांधाना एवं शिवपुरी, सीधी जिले के सीधी एवं सिंहावल तथा सिंगरौली जिले के बैढ़न, चितरंगी एवं देवसर में ये हॉस्टल बनाए जाएंगे।
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