मध्य प्रदेश में बीएड -डीएड कॉलेज फर्जीवाड़ा , एक बिल्डिंग में चल रहे स्कूल, नर्सिंग, बीएड, डीएड कॉलेज
मध्य प्रदेश में करीब 740 शिक्षा महाविद्यालय संचालित हैं। ग्वालियर चंबल संभाग में ही 520 कॉलेज सिर्फ डीएड, बीएड के हैं। कॉलेज लेवल काउंसलिंग में होने वाले फर्जीवाड़े के बाद विभाग ने सीएलसी बंद कर दी।
MP B.Ed- D.Ed Collage Scam : मध्य प्रदेश में बीएड-डीएड कॉलेजों में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। प्रदेश के 6 बीएड -डीएड कॉलेज फर्जी दस्तावेजों पर चल रहे थे। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इन छह कॉलेजों पर एफआईआर दर्ज कर ली है। बताया जा रहा है कि ये सभी कॉलेज जमीन पर ना होकर सिर्फ कागजों में चल रहे थे।
एनएसयूआई ने की कार्रवाई की मांग
जानकारी के मुताबिक एनएसयूआई के कार्यकर्ता फर्जी बीएड- डीएड कॉलेजों के फर्जीवाडे़ के दस्तावेज लेकर एमपी बोर्ड के ऑफिस पहुंचे थे। उन्होंने डिप्टी सेक्रेटरी पीएस चौहान को दस्तावेज देकर इस मामले में कार्रवाई कराने की मांग की है। ( MP B.Ed- D.EdCollage Scam )
एक बिल्डिंग में चल रहे स्कूल, नर्सिंग कॉलेज, बीएड, डीएड
प्रदेश में कई ऐसे बीएड-डीएड कॉलेज हैं, जिनके पते पर स्कूल, नर्सिंग कॉलेज और बीएड, डीएड कॉलेज एक ही बिल्डिंग में संचालित दिखाए गए हैं। कई बीएड, डीएड कॉलेज तो ऐसे हैं, जिनके द्वारा दिए गए पते पर कोई कॉलेज संचालित ही नहीं हैं। बीएड,डीएड कॉलेजों के इस फर्जीवाड़े का पूरा खेल कॉलेज लेवल काउंसिलिंग में होता है।
स्टूडेंट्स को चॉइस फिलिंग के बाद कॉलेज दिया जाता है, तो कॉलेज फर्स्ट, सेकंड, थर्ड राउंड में स्टूडेंट्स को एक्सेप्ट कर एडमिशन नहीं देते। फिर सीएलसी राउंड में छात्रों से सौदेबाजी कर दूसरे राज्यों के छात्रों को मनमानी फीस लेकर एडमिशन दिया जाता है।
प्रदेश में करीब 740 शिक्षा महाविद्यालय
जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 740 से ज्यादा शिक्षा महाविद्यालय हैं। बात की जाएं ग्वालियर चंबल संभाग की तो यहां लगभग 520 कॉलेज सिर्फ डीएड, बीएड के हैं। कॉलेज लेवल काउंसलिंग में होने वाले फर्जीवाडे के बाद विभाग ने सीएलसी बंद कर दी। एसटीएफ ने ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्ध 6 कॉलेजों पर एफआईआर दर्ज की है।