मध्य प्रदेश के भिंड में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कीरतपुरा रोड पर स्थित सेंट माइकल स्कूल में जमकर हंगामा कर दिया। ABVP ने स्कूल में तीसरी क्लास की छात्रा का तिलक मिटवाने और कलावा उतरवाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल पर हिंदू विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए स्कूल में ताला डालने की मांग की और नारेबाजी की।
स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कैंपस में ही धरना देते हुए स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। पदाधिकारियों ने तिलक मिटाने, कलावा काटने और धार्मिक भावना को आहत करने के आरोप लगाए। पदाधिकारियों ने विरोध जताते हुए कैंपस में हनुमान चालीसा पाठ भी किया। इस दौरान परिषद ने हिंदू विरोधी गतिविधियां पर रोक लगाने की मांग की। हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने इन आरोपों को नकारते हुए इसे फीस विवाद से जुड़ा मामला बताया है।
जानें पूरा मामला...
भिंड के सेंट माइकल स्कूल में पड़ने वाली छात्रा के पिता का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने स्कूल में बेटी के माथे का लगा तिलक मिटवाया। साथ ही हाथ का कलावा भी उतरवा दिया। सेंट माइकल स्कूल में इस घटना से धार्मिक आस्था आहत हुई है। आरोप लगाया कि बच्चों को स्कूल में तिलक लगाकर आने से रोका जा रहा है। इसके साथ अन्य बच्चों के परिजनों ने भी स्कूल प्रबंधन पर इस तरह के आरोप लगा है।
ABVP ने स्कूल प्रबंधन पर लगाए आरोप
स्कूल में तिलक मिटाने और कलावा काटने का मामला सामने के बाद बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने स्कूल पहुंचकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। ABVP के पदाधिकारियों का कहना है कि स्कूल हिंदू विरोधी गतिविधियों में शामिल है, जब तक स्कूल में इस तरह की गतिविधियां बंद नहीं हो जाती स्कूल संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
तहसीलदार ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वासन
कीरतपुरा रोड पर स्थित सेंट माइकल स्कूल में विवाद बढ़ाता जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाई। मामले की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार मोहनलाल शर्मा स्कूल पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे पदाधिकारियों के समझाने का कोशिश की, इस दौरान स्कूल परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। तहसीलदार ने पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अब दोनों पक्षों को सुनने के बाद प्रशासन ने मामले में जांच शुरू कर दी है। तहसीलदार ने कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच के बाद दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रिंसिपल फादर सैंटली ने आरोपों को बताया गलत
इधर, मामले में सेंट माइकल स्कूल के प्रिंसिपल फादर सैंटली ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह मामला फीस से जुड़ा हुआ है, छात्रा के पिता ने तीन साल से फीस जमा नहीं की है, यह फीस 55 हजार रुपये है। स्कूल द्वारा फीस जमा करने को लेकर कहने पर इस तरह के झूठे आरोप लगाए हैं। स्कूल को बदनाम करने की कोशिश की गई है। प्राचार्य ने स्पष्ट किया कि जिस दिन की घटना को लेकर जिक्र किया जा रहा है, उस दिन छात्रा ने न तो तिलक लगाया था और उसके हाथ में कलावा भी नहीं था। उन्होंने मामले को लेकर पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी दिए हैं।
ABVP की चेतावनी
ABVP के नेता ने चेतावनी दी कि जब तक स्कूल इस मामले पर सफाई नहीं देता और प्रबंधन माफी नहीं मांगता, तब तक वे स्कूल को संचालित नहीं होने देंगे। फिलहाल, स्कूल के बाहर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है।
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