BHOPAL. मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 2 लाख 75 हजार दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी और श्रमिकों के वेतन में बढ़ोतरी कर दी है। सरकार ने तीनों श्रेणी (अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और उच्च कुशल) के वेतन में 50 रुपए प्रति माह की वृद्धि की है। यह वेतनवृद्धि 1 अक्टूबर 2024 से लागू हो गई है। अब इसको लेकर कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है। कर्मचारियों ने इसे मजाक बताया है। अब कर्मचारियों का गुस्सा भड़क है।
वेतनवृद्धि को लेकर आदेश जारी
दरअसल, वेतनवृद्धि को लेकर श्रमायुक्त कार्यालय इंदौर ने आदेश जारी किए। इसके तहत अकुशल श्रमिक को प्रतिदिन 393.27 रुपए वेतन दिया जाएगा। इसमें 250 रुपए वेतन और 143.27 रुपए महंगाई भत्ता है। इसी तरह उच्च कुशल श्रमिक को 529.23 रुपए प्रतिदिन वेतन दिया जाएगा। जिसमें 374.42 रुपए वेतन और 154.81 रुपए महंगाई भत्ता शामिल है। इससे पहले मार्च 2024 में वेतन वृद्धि की गई थी। वेतन में मात्र 50 रुपए प्रति माह बढ़ाया गया है।
इतनी कम वेतन वृद्धि से कर्मचारी नाराज
वेतन में इतनी कम वृद्धि होने पर कर्मचारी नाराज है। श्रमिक संगठन का कहना है कि सरकार को बढ़ती हुई महंगाई और श्रमिकों की स्थिति देखकर फैसला लेना था। हाल ही में दिल्ली सरकार ने अकुशल श्रमिक की सैलरी बढ़ाकर 18066 रुपए, अर्द्धकुशल की 19929 रुपए और कुशल श्रमिक की 21917 रुपए किया है।
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के अध्यक्ष अशोक पांडे ने वेतनवृद्धि को श्रमिकों के साथ मजाक बताते हुए कहा कि 50 रुपए महीने बढ़ाया जाना भी कोई वेतनवृद्धि होती है। हाल ही में दिल्ली सरकार ने भी श्रमिकों का वेतन बढ़ाया है। एमपी की सरकार कम से कम इतना ही वेतन कर देती।
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