BHOPAL. मध्य प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भी रिश्वत के मामले में लगातार सामने आ रहे हैं। रिश्वत के मामलों में गिरफ्तारियों के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी सबक नहीं ले रहे हैं। अब मध्य प्रदेश में लोकायुक्त ने अलग- अलग कार्रवाई करते हुए दो पंचायत सचिव को रिश्वत (bribe) लेते पकड़ा है। लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को बीना और कटनी में पंचायत सचिवों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सचिवों के खिलाफ के खिलाफ केस दर्ज किया है।
बीना में रिश्वत लेते सचिव गिरफ्तार
रिश्वत लेने का पहला मामला सागर के बीना से सामने आया है। यहां सागर लोकायुक्त पुलिस ने बीना जनपद पंचायत कार्यालय में कार्रवाई करते हुए बिहरना ग्राम पंचायत के सचिव हरिराम कुशवाहा को 11 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी सचिव कुशवाहा ने पंचायत में हुए काम के बिल पास कराने के एवज में सरपंच अरविंद उर्फ लालू राय से रिश्वत की डिमांड की थी।
भुगतान के लिए 5 प्रतिशत की डिमांड
जानकारी के मुताबिक बिहरना ग्राम पंचायत के सचिव हरिराम कुशवाहा ने पंचायत में कार्यों के भुगतान के एवज में 5 प्रतिशत राशि की डिमांड की थी। आरोप है कि सचिव सरपंच से रिश्वत के मांग करते हुए परेशान कर रहा था। आखिर में 11 हजार रुपए देने की बात पक्की हुई। इसके बाद मामले में लोकायुक्त में शिकायत की गई थी।
बीना पंचायत कार्यालय में लोकायुक्त की दबिश
मामले में शिकायत के बाद गुरुवार को सागर लोकायुक्त की टीम बीना पंचायत कार्यालय पहुंची और सचिव को ट्रैप करने की कार्रवाई की, इसके बाद सरपंच ने जैसे ही रिश्वत की 11 हजार रुपए सचिव को दिए तो लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए सचिव को रंगे हाथों पकड़ लिया है। सागर लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद बीना पंचायत कार्यालय में हड़कंप मच गया।
कटनी में जबलपुर लोकायुक्त की कार्रवाई
दूसरा मामला कटनी से सामने आया है। यहां जबलपुर लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। लोकायुक्त की टीम ने कटनी में पंचायत सचिव शुभराज सोनी को रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पूरा मामला खड़ौला ग्राम पंचायत का है।
NOC देने के एवज में रिश्वत की डिमांड
दरअसल, लोकायुक्त ने यह कार्रवाई ग्राम चनहटा निवासी बल्लू यादव की शिकायत पर की है। जबलपुर लोकायुक्त में शिकायत करते हुए बल्लू यादव ने बताया था कि ग्राम पंचायत खड़ौला में खसरा नंबर 461 पर 1084.61 वर्ग मीटर की जमीन पर निर्माण कार्य को लेकर एनओसी के लिए आवेदन किया था। लेकिन सचिव शुभराज सोनी ने कई दिनों तक मामला लटकाए रखा। इसके बाद सचिव ने एनओसी के लिए 35 हजार रुपए की मांग कर दी। पैसे नहीं देने पर चक्कर भी लगवाए। इसके बाद मामले को लेकर लोकायुक्त से शिकायत की गई। शिकायत के लोकायुक्त की जांच में मामला सही पाया गया। इसके बाद जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सचिव को रंगे हाथों पकड़ने के लिए प्लान बनाया।
ऐसे हुई सचिव की गिरफ्तारी
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस की 8 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को कटनी की खड़ौला पंचायत पहुंची और प्लान के मुताबिक लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए सचिव शुभराज सोनी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सचिव को 10 हजार की पहली किस्त लेते गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल आरोपी सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
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