मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा मंडल की लापरवाही 10वीं और 12वीं के 18 लाख विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। क्योंकि एमपी बोर्ड तीन महीने पहले भी सैंपल पेपर (sample paper) जारी नहीं कर सका है। बोर्ड एग्जाम 25 फरवरी 2025 से शुरू होने जा रहे हैं। परीक्षा में लगभग तीन महीने का समय बचा है। इसस पहले तक दसवीं-बारहवीं की 9 से 19 दिसंबर तक अर्द्धवार्षिक परीक्षा (half yearly exam) होगी। अब तक सैंपल पेपर जारी नहीं होने से परीक्षा में बैठने वाले छात्र-छात्राएं असमंजस की स्थिति में है।
6 महीने जारी होते सैंपल पेपर
बता दें कि पहले मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा वार्षिक परीक्षा से 6 महीने पहले सैंपल पेपर जारी किए जाते थे, ताकि सैंपल पेपर के आधार पर बच्चे अद्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा को लेकर तैयारी कर सकें। इस बार एमपी बोर्ड की लापरवाही के चलते परीक्षा के 3 महीने पहले भी सैंपल पेपर जारी नहीं हुए हैं। यह लापरवाही विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है। सैंपल पेपर जारी नहीं होने 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी अंक योजना के आधार पर भी पढ़ाई कर रहे हैं।
विद्यार्थियों के लिए अंक योजना
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वर्तमान में सत्र 2024-25 के लिए 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अंक योजना को जारी किया है। इस सत्र में 9वीं और 11वीं कक्षा के सभी विषयों के सैद्धांतिक प्रश्नपत्र 75 अंक के होंगे, जबकि आंतरिक मूल्यांकन के लिए 25 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसी प्रकार, 11वीं और 12वीं कक्षा में गैर प्रायोगिक विषयों के सैद्धांतिक प्रश्नपत्र 80 अंक के होंगे, और प्रोजेक्ट के लिए 20 अंक होंगे। प्रायोगिक विषयों के सैद्धांतिक प्रश्नपत्र 70 अंक के होंगे, जबकि प्रायोगिक परीक्षा के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए हैं। प्रश्नपत्र हल करने के लिए विद्यार्थियों को तीन घंटे का समय प्रदान किया जाएगा।
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