नील तिवारी, जबलपुर. लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Election ) की आचार संहिता के बीच मंत्री राकेश सिंह ( MP Cabinet Minister Rakesh Singh ) ने अफसरों की बैठक लेकर विवाद छेड़ दिया है। हालांकि मंत्री का कहना है कि उन्होंने नियम के मुताबिक बैठक की है। कांग्रेस इसे लेकर आरोप लगा रही है। इधर, इस मामले में 'द सूत्र' ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से बात की तो उन्होंने कहा कि चैक कराते हैं।
दरअसल, जबलपुर में पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के बीच 8 मई को अधिकारियों के साथ बैठक की है। इसमें बारिश पूर्व की तैयारियों पर मंथन करने का दावा किया गया। सर्किट हाउस में अफसरों को दिशा-निर्देश दिए गए।
मानसून पूर्व की तैयारियों पर बात
दावा है कि बैठक में मंत्री राकेश सिंह ने मानसून पूर्व की तैयारियों पर बातचीत की है, ताकि शहर में जलभराव जैसी समस्याओं से निपटा जा सके। बैठक में जबलपुर नगर निगम के स्वास्थ्य अमला, अतिक्रमण दस्ता जैसे विभागों के अधिकारी मौजूद थे। राकेश सिंह ने कहा कि उन्होंने इस मामले में कलेक्टर दीपक सक्सेना और महाधिवक्ता प्रशांत सिंह से भी चर्चा की है।
मंत्री राकेश सिंह का यह तर्क
मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि आचार संहिता खत्म होते-होते जून का पहला हफ्ता बीत जाएगा। ऐसे में समय कम बचेगा, जिससे बारिश के दौरान पश्चिम विधानसभा सहित पूरे जबलपुर में पहले हुए जलभराव की समस्या को देखते हुए यह बैठक की गई है।
हम मामले को चैक करा लेते हैं: चुनाव आयोग
इस मामले में द सूत्र ने जब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से बात की। उन्होंने कहा कि बैठक लेने में कोई रोक नहीं है। यदि किसी गंभीर मुद्दे पर बात करनी है तो कर ही सकते हैं। फिर भी हम इस मामले को चैक करा लेते हैं।
एडवोकेट जनरल ने कहा कर सकते हैं बैठक
बैठक को लेकर महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने भी कहा कि यह बैठक आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। इधर, जबलपुर नगर कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने सवाल उठाया कि सर्किट हाउस में बैठक करने की अनुमति कलेक्टर कैसे दे सकते हैं? उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखित शिकायत देकर मंत्री और अधिकारियों पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज़ करने की मांग की है।