प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री से लेकर ओबीसी वर्ग से आने वाले मंत्रियों के बंगलों की प्राथमिक शिक्षक वर्ग तीन के चयनित 882 शिक्षक पिछले एक वर्ष से नियुक्ति आदेश पाने के लिए चक्कर काट रहे है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने एक पखवाड़े पहले मंत्रालय में चयनित शिक्षकों के डेलीगेशन के साथ वकीलों के दल की बैठक आयुक्त के साथ बैठक भी करा दी। उसके बाद भी चयनित शिक्षकों को नियुक्ति का आदेश नहीं मिला है। अब सोमवार 22 जुलाई से चयनित शिक्षक भोपाल में एक बार फिर डेरा डालेंगे। शिक्षकों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिती खराब है। वहीं सरकार ने जिलों का चयन करा दिया है।
उसके बाद भी नौकरी नहीं मिली है
ओबीसी आरक्षण के तहत प्राथमिक शिक्षक वर्ग तीन के शिक्षकों का चयन करने के बाद जिलों का आवंटन कर स्कूलों का चयन करा लिया गया। यह शिक्षक पिछले एक साल से नियुक्ति आदेश के लिए मंत्रियों से लेकर मंत्रालयर से लेकर डीपीआई के चक्कर काट रहे है। वहीं दूसरी ओर 882 चयनित शिक्षकों को न्याय नहीं मिल सका है। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह से लेकर कई मंत्री शिक्षकों को आश्वासन दे देते है। उसके बाद भी नियुक्ति आदेश नहीं दिया जा रहा है। पिछले दिनों मंत्रालय में आयुक्त शिल्पा गुप्ता और डीपीआई की अपर संचालक कामना आचार्य ने नियुक्ति आदेश देने को लेकर बैठक का आयोजन किया। सबसे अहम बात तो यह है कि चयनित शिक्षकों ने नौकरी की पात्रता को लेकर कई बार प्रमाण स्कूल शिक्षा मंत्री को सौंपे है। उसके बाद भी चयनित शिक्षक बेरोजगार है।
मंत्रियों के बंगलों पर आज पहुंचेंगे चयनित शिक्षक
चयनित शिक्षकों की माने तो वह एक बार फिर सोमवार की सुबह भोपाल स्कूल शिक्षा मंत्री के बंगले पर न्याय की मांग लेकर पहुंचेंगे। चयनित शिक्षकों का कहना है कि वह आगामी दिनों में मुख्यमंत्री के निवास पर भी नियुक्ति आदेश दिलाने की मांग को लेकर जाएंगे। प्रदेश भर से चयनित शिक्षक आज भोपाल में जुटेंगे। साथ ही उनके साथ वकीलों का दल भी उपस्थित रहेगा। चयनित शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने कई बार स्कूल शिक्षा मंत्री से कहा है कि उनकी आर्थिक स्थिती खराब है। उन्हें नौकरी जल्द से जल्द दिलाई जाए।
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