भोपाल. जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो क्या ही कहा जाए। एक सहायक आबकारी आयुक्त पर ऐसे ही आरोप लगे हैं। यह अधिकारी डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के ओएसडी के रूप में काम देख रहा है। हालांकि, अभी सरकार ने इसके आदेश जारी नहीं किए हैं।
अब महिला कर्मचारी ने अपने साथ हुए शोषण की मुख्यमंत्री से लेकर अपने विभाग के कमिश्नर और पुलिस में शिकायत की है। मामला भोपाल जिले का है। इस शिकायती पत्र में भोपाल जिले की सभी महिला एसडीओ, एसआई और कर्मचारियों की ओर से कार्रवाई की गुहार लगाई गई है।
सहायक आबकारी आयुक्त पर आरोप हैं कि वह महिला कर्मचारियों को होटल में बुलाकर उनसे गलत काम करता है। धमकी दी जाती है। वह होटल में शराब के नशे में पहुंचता है और फिर महिला कर्मचारियों से गलत काम करता है।
अब एक शिकायत पर आबकारी कमिश्नर ने जांच बैठा दी है। भोपाल कलेक्टर इस मामले को देख रहे हैं। परिवाद समिति पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। चलिए अब आपको विस्तार से बताते हैं। दरअसल, सहायक आबकारी आयुक्त दीपम कुमार रायचूरा पर महिला कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। कमिश्नर से इसकी शिकायत की गई है।
पढ़िए शिकायत में क्या-क्या लिखा है...
श्रीमान जी मैं भोपाल जिले में आबकारी उपनिरीक्षक के पद पर पांच वर्ष से अधिक समय से हूं। जिला कार्यालय के सभी कर्मचारी और अधिकारी मेरे चरित्र और व्यवहार के संबंध में अच्छे से जानते हैं।
महोदय जब से भोपाल जिले में सहायक आयुक्त के पद पर श्री रायचुरा सर ( दीपम कुमार रायचूरा ) की पॉस्टिंग हुई है, तभी से जिले में पदस्थ सभी महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Ac सर ने ऐसी सभी महिला अधिकारियों को अधिक चार्ज दिए हैं, जो उनकी अपेक्षा की पूर्ति करें और होटल के कमरों में आकर मिलें। राजी न होने पर उन्हें परेशान किया जाता है।
कुछ दिन पहले सहायक आबकारी आयुक्त श्री रायचुरा सर द्वारा मुझे होटल जहांनुमा पैलेस के एक कमरे में बुलाया गया, जहां वे शराब के नशे में अर्धनग्न बैठे हुए थे। उनके द्वारा मुझसे कपड़े उतारने को कहा गया और छेड़छाड़ करने की कोशिश की, जिससे मुझे अत्यधिक मानसिक आघात हुआ।
मेरे द्वारा इसका विरोध किए जाने पर साहब ने मुझसे कहा कि तुम मेरे से राजी नहीं होती हो तो मैं ना केवल तुम्हारे सारे चार्ज हटा दूंगा, बल्कि तुम्हारा ट्रांसफर बालाघाट-सिंगरोली करवा दूंगा।
उनके द्वारा यह भी कहा गया कि मैं माननीय उप मुख्यमंत्री महोदय का (ओएसडी) हूं। मैं तुम्हारा कॅरियर बर्बाद कर दूंगा और तुम कुछ भी नहीं कर सकती। तुम मेरी शिकायत करने जहां भी जाओगी, कोई कार्रवाई नहीं होगी। कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर, आबकारी आयुक्त, प्रमुख सचिव से मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं।
वह तुम्हारी कोई शिकायत नहीं सुनेंगे, बल्कि तुम्हारा ही नुकसान कर देंगे। यदि तुम मेरी शिकायत करोगी तो तुमको मैं ये बता दूं कि होटल का रूम भी मेरे नाम से बुक नहीं है। उनके द्वारा कहा गया कि तुम एक चार्ज लायक भी नहीं हो, फिर भी मेरे द्वारा तुमको 3 वृत्त के चार्ज क्यों दिए गए हैं, इतना भी नहीं समझती तुम।
तुमको वही करना होगा, जो मैं कहूंगा और ऊपर भी जिस अफसर से मिलने मैं कहूं जाना पड़ेगा। अन्य सब महिला-अधिकारी मेरी बात मानती हैं, तुमको भी मानना पड़ेगा।
श्रीमान जी में किसी तरह अपनी इज्जत बचाकर होटल से निकल आई। बाहर होटल का स्टाफ था, इसकी पुष्टि होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे से की जा सकती है।
मैं बहुत डरी हुई हूं। 7 दिन से खाना भी नहीं खा पा रहीं हूं। मेरे पति मुझसे बार-बार पूछ रहे हैं, पर में उन्हें बताना नहीं चाहती हूं। वो व्यवसायी हैं। ये सब सुनकर वो मुझसे नोकरी छोड़ने के लिए कह देंगे और मेरा भविष्य खराब हो जाएगा।
मैं आपको यह भी बता दूं कि एसी साहब भोपाल जिले के कई हॉटलों में रूम कर महिलाओं, लड़कियों और महिला अधिकारियों को बुलाते हैं। एसी साहब की महिला अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति प्रेम की पुष्टि भोपाल जिले में महिला एडीओ और एसआई को दिए गए चार्ज की संख्या से की जा सकती है।
एसी सर के पहले भी अन्य जिलों में कई वीडियो और ऑडियो वायरल हो चुके हैं, लेकिन वो बड़े अधिकारियों से संबंधों के चलते और पैसे के दम पर कुछ नहीं होने देते है। कोई जांच भी नहीं होती। महिला कर्मचारी बदनाम हो जाती हैं। उनका कहना है कि में एक करोड़ रुपए महीने कमाता हूं और लाखों रुपए ऊपर अधिकारियों को देता हूं, मंत्रियों, के लाखों के खर्च उठाता हूं।
(यह मजमून महिला कर्मचारी द्वारा की गई शिकायत का है।)
डिप्टी सीएम का ओएसडी?
सहायक आबकारी आयुक्त अपने आप को उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का ओएसडी बताता है। सूत्रों के अनुसार, वह अनाधिकृत रूप से ओएसडी का काम कर भी रहा है। हालांकि, अभी इसके आदेश जारी नहीं हुए हैं। पीड़ित महिला ने अपने आवेदन में भी इस बात का जिक्र किया है कि सहायक आबकारी आयुक्त महिलाओं को ओएसडी बताकर उन्हें धमकाता भी है।
महिला ने पास के जिले में मांगा ट्रांसफर
महिला ने अधिकारियों से मांग की है कि सहायक आबकारी आयुक्त रायचूरा उसका नुकसान कर सकता है। लिहाजा, उसकी पदस्थापना भोपाल के किसी करीब के जिले में कर दी जाए, ताकि वह सम्मान के साथ अपनी नौकरी कर सके। महिला कर्मचारी ने यह भी मांग की है कि इस मामले की जांच जिला कार्यालय की महिला शोषण समिति से ना कराई जाए।
परिवाद समिति कर रही जांच
इस मामले में आबकारी कमिश्नर अभिजीत अग्रवाल का कहना है कि मैं विदेश यात्रा पर हूं। मामले की जांच कलेक्टर कर रहे हैं। वहीं, भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि इस पूरे प्रकरण को परिवाद समिति को सौंपा है।
हालांकि, शिकायती पत्र में महिला ने अपनी पहचान उजागर नहीं की है। भोपाल जिले की सभी महिला एसडीओ और एसआई के हवाले से कार्रवाई की गुहार लगाई गई है। हालांकि पत्र में एक ही महिला के हस्ताक्षर हैं।
रायचूरा ने दो बार कट किया फोन
द सूत्र ने जब इस मामले में सहायक आबकारी आयुक्त रायचूरा का पक्षा जानने के लिए उनके मोबाइल नंबर 942499XXXX पर संपर्क किया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने दो बार फोन कट कर दिया। सीएम मोहन यादव डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ओएसडी आबकारी महिला अफसर Deputy CM Jagdish Deora OSD