मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार (corruption) के सबसे बड़े मामलों में से एक 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकद की जब्ती के मामले में ईडी (ED) की जांच लगातार गहराती जा रही है। ताजा जांच में ईडी ने पुणे की एक बैंक में सौरभ शर्मा के नाम से जमा 3 करोड़ रुपए का पता लगाया है।
डॉक्टर श्याम अग्रवाल और सौरभ शर्मा के बीच गहरे कारोबारी रिश्ते
प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट के अनुसार, नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल और सौरभ शर्मा के बीच मजबूत कारोबारी रिश्ता था। बताया गया है कि डॉ. श्याम ने अविरल कंस्ट्रक्शन के चेतन को 6.5 करोड़ रुपए दिए थे, जो प्रॉपर्टी निवेश के नाम पर थे। ईडी को दिए बयान में डॉ. श्याम ने कहा कि यह पैसा उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए दिया था, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
ईडी की छापेमारी और सौरभ शर्मा की संपत्ति जब्ती
पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) का आरोप है। ईडी ने अब तक 92.07 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। इसमें उनकी और उनके रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई संपत्तियां शामिल हैं। यह घोटाला उस समय खुला जब चेतन सिंह गौर की इनोवा कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश मिला और जांच में यह सब सौरभ शर्मा से जुड़ा निकला।
पुणे में 3 करोड़ रुपए की बैंक डिपॉजिट
ईडी की जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि सौरभ शर्मा ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक बैंक में 3 करोड़ रुपए जमा किए हैं। यह पैसे कहां से आए और कैसे जमा किए गए, इस पर ईडी की नजर बनी हुई है।