MP Cyber Fraud Case : मध्य प्रदेश में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साइबर ठगी करने वालों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वें बड़े-बड़े मंत्रियों, नेताओं और अधिकारियों को तक नहीं छोड़ रहे है। इन बड़े चेहरों में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मंत्री राकेश सिंह और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत तथ विभिन्न्न जिलों के कलेक्टर शामिल है। आइए जानते हैं अब तक कौन-कौन बना साइबर ठगी का शिकार...।
केस 1 : मंत्री राकेश सिंह की इंस्टा ID हैककर मांगे पैसे
लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह के नाम से सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी करने की कोशिश की गई है। हालांकि जिस व्यक्ति को ठगने की कोशिश की गई थी उसने इस अकाउंट में रुपए डालने की जगह राकेश सिंह से डाइरेक्ट कांटेक्ट किया। तब मामला सामने आया।
इसके बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने अपने सोशल अकाउंट में इस ठगी के प्रयास का स्क्रीनशॉट शेयर कर यह अपील की है कि इस तरह के किसी भी अकाउंट में पैसे ना भेजे।
लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह
केस 2 : जेपी नड्डा के नाम पर आमला विधायक योगेश से रुपए मांगे
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का पीए बताकर आमला के बीजेपी विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे के साथ ठगी की कोशिश का मामला सामने आया है। ठग ने विधायक योगेश पंडाग्रे को मंत्री बनाने का झांसा देकर एक लाख 25 हजार रुपए की मांग की थी। हालांकि विधायक ने समझदारी दिखाते हुए मामले की सूचना तुरंत पुलिस में की।
आमला विधायक योगेश पंडाग्रे
केस 3 : मंत्री रामनिवास रावत से मांगे 5 लाख
मंत्री रामनिवास रावत को एक कॉल आया था। कॉल करने वाले ने खुद को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष संगठन महामंत्री डी. संतोष का पर्सनल सेक्रेटरी बताया। कॉलर ने मंत्री को विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए लोगों की व्यवस्था करने की बात कही थी। इसके लिए ठग ने 5 लाख रुपए पैर पर्सन मांगे थे।
मंत्री रामनिवास रावत
केस 1 : जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना की एफबी आईडी हैक, मांगे पैसे
कुछ दिन पहले जबलपुर जिला कलेक्टर के फेसबुक अकाउंट से मिलती-जुलती फर्जी आईडी बनाकर ठगी की कोशिश की गई थी। बुधवार को जबलपुर कलेक्टर की डीपी लगाकर एक फर्जी व्हाट्सएप मैसेज के जरिए रिश्तेदार से 25 हजार की ठगी की गई है जिसकी शिकायत साइबर सेल में हुई है। वहीं जिला कलेक्टर के द्वारा सभी को मैसेज भेज कर भी यह सूचना दी गई है कि इस तरह के फर्जी अकाउंट पर किसी भी प्रकार की रकम का ट्रांसफर ना करें।
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना
केस 2 : शिवपुरी कलेक्टर के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश
ठगों ने शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के नाम पर श्रीलंका के नंबर से वाट्सऐप अकाउंट बनाया। कलेक्टर ने लिखा, अज्ञात हैकर ने मेरे नाम और फोटो के साथ फर्जी अकाउंट बना लिया है। इसमें मेरे नाम के साथ फोटो का भी इस्तेमाल किया है। बिजनेस अकाउंट पर+94785909474 से नंबर से फर्जीवाड़े का प्रयास किया न गया है। कलेक्टर ने लिखा है, कृपया मेरे नाम से बनाए गए फर्जी अकाउंट से सावधान रहें। यदि कोई संदेश मिलता है, तो रिपोर्ट करें और उसे ब्लॉक करें।
शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी
केस 3 : धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम पर ऑनलाइन ठगी
धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम पर भी ठगी करने का किया गया। ऑनलाइन ठगों ने कलेक्टर मिश्रा के नाम से वॉट्सऐप वॉटसएप अकाउंट नंबर 94785265198 पर फर्जी अकाउंट बनाया था। साथ ही एक व्यक्ति को मैसेज भेजकर ठगने का प्रयास किया। गनीमत रही कि संबंधित व्यक्ति की सतर्कता के कारण ठग सफल नहीं हो सके। कलेक्टर ने लोगों को सावधानी बरतने को कहा है।
धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा
केस 4 : शहडोल कलेक्टर के नाम से मांगे पैसे
शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर के नाम से फर्जी नंबर से सोशल मीडिया में पैसे मांगने की बात सामने आई है। ऑनलाइन ठगों ने कलेक्टर के नाम से फर्जी नंबर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पैसों की मांग की। इसे लेकर जिला प्रशासन ने आमजन को सतर्क रहने कहा है। साथ ही यह भी कहा गया है, कोई भी अपने बैंक खाते एवं पहचान से संबंधित जानकारी साझा न करें।
शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर
साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
मजबूत पासवर्ड का उपयोग
जटिल पासवर्ड: हमेशा मजबूत और जटिल पासवर्ड का उपयोग करें जिसमें अक्षर, अंक और विशेष वर्ण शामिल हों।
पासवर्ड बदलें: नियमित अंतराल पर पासवर्ड बदलते रहें और अलग-अलग अकाउंट के लिए अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें।
सतर्कता बरतें
फिशिंग ईमेल: अनजान ईमेल, लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। हमेशा प्रेषक की प्रामाणिकता की जांच करें।
वेरिफिकेशन कॉल: बैंक या अन्य संस्थाओं के नाम पर कॉल करने वालों की सत्यता की जांच करें और संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
नियमित अपडेट
सॉफ्टवेयर अपडेट: अपने ऑपरेटिंग सिस्टम, एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और अन्य महत्वपूर्ण एप्लिकेशन्स को नियमित रूप से अपडेट रखें।
सेक्योरिटी पैच: हमेशा नवीनतम सुरक्षा पैच इंस्टॉल करें ताकि साइबर हमलों से बचा जा सके।
सार्वजनिक वाई-फाई का सावधानीपूर्वक उपयोग
सुरक्षित नेटवर्क: केवल सुरक्षित और विश्वासनीय नेटवर्क का ही उपयोग करें।
वीपीएन: सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय VPN (Virtual Private Network) का उपयोग करें।
बैंकिंग और वित्तीय सुरक्षा
बैंकिंग अलर्ट्स: अपने बैंक अकाउंट पर लेन-देन की जानकारी के लिए अलर्ट्स सेट करें।
वित्तीय ट्रांजेक्शन्स: ऑनलाइन बैंकिंग के दौरान किसी अनजान डिवाइस का उपयोग न करें और हमेशा सिक्योरिटी सर्टिफिकेट की जांच करें।
एंटीवायरस और सुरक्षा सॉफ्टवेयर
एंटीवायरस सॉफ्टवेयर: एक अच्छा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें।
फ़ायरवॉल: अपने सिस्टम के फ़ायरवॉल को हमेशा ऑन रखें।
बैकअप और डेटा सुरक्षा
बैकअप: महत्वपूर्ण डेटा का नियमित बैकअप लें।
एन्क्रिप्शन: संवेदनशील डेटा को एन्क्रिप्ट करें।
जागरूकता और शिक्षा
साइबर सुरक्षा जागरूकता: स्वयं और अपने परिवार को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करें।
शिक्षा: नियमित रूप से साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी और शिक्षा प्राप्त करें।
सोशल मीडिया पर सावधानी
प्राइवेसी सेटिंग्स: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स की जांच करें और उन्हें उचित रूप से सेट करें।
साझा न करें: संवेदनशील जानकारी जैसे कि पता, फोन नंबर, और व्यक्तिगत विवरण सार्वजनिक रूप से साझा न करें।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक