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मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्लॉट की रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पंजीयन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। पंजीयन विभाग में रजिस्ट्री के लिए शुरू किए गए नए सॉफ्टवेयर संपदा-2 में अब और नए फीचर जोड़े जा रहे हैं। इस नए सॉफ्टवेयर में सेवा प्रदाताओं के लिए एक नया फीचर जोड़ा गया है, जिसके तहत रजिस्ट्री के लिए अंगूठे से सत्यापन होगा। इस प्रक्रिया से रजिस्ट्री में होने वाले फर्जीवाड़े और स्टांप ड्यूटी चोरी को कम किया जा सकेगा।
संपदा-2 सॉफ्टवेयर से फर्जीवाड़े पर नकेल
ग्वालियर में पंजीयन विभाग ने संपदा-2 सॉफ्टवेयर में एक नया फीचर जोड़ा है, जिसका उद्देश्य रजिस्ट्री के फर्जीवाड़े को रोकना है। पहले की प्रक्रिया में सेवा प्रदाता ओटीपी के माध्यम से स्लॉट बुक कर लेते थे, जिससे वे अपनी पत्नी, रिश्तेदार या दोस्त की आईडी पर काम करते थे। लेकिन अब, नया फीचर लागू होने के बाद, सेवा प्रदाता को अपनी आईडी से रजिस्ट्री के स्लॉट बुक करने के लिए अंगूठा लगाना होगा। उन्हें कार्यालय में बैठना होगा। इस प्रक्रिया से फर्जीवाड़े को बहुत हद तक रोका जा सकेगा।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नया फीचर
दरअसल, संपदा-1 सॉफ्टवेयर के बंद होने बाद पंजीयन विभाग में संपदा-2 पर काम किया जा रहा है। विभाग के सभी कार्य इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से किए जा रहे हैं। अब इसे अपडेट किया रहा है। सॉफ्टवेयर में अब और नए फीचर जोड़े जा रहे हैं। नए फीचर को जोड़े जाने से फर्जीवाड़ा कर रहे सेवा प्रदाताओं पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। इससे प्रॉपर्टी ब्रिक्री के फर्जीवाड़े में कमी आएगी। अब कोई दूसरा व्यक्ति धोखाधड़ी कर संपत्ति नहीं बेच सकेगा, क्योंकि आधार से संबंधित व्यक्ति का सत्यापन किया जाएगा।
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स्टांप ड्यूटी चोरी पर भी कड़ी निगरानी
पंजीयन विभाग ने इस कदम से स्टांप ड्यूटी चोरी पर भी कड़ी निगरानी रखने की योजना बनाई है। पहले, सेवा प्रदाता फर्जी तरीके से दूसरी आईडी का इस्तेमाल कर स्टांप ड्यूटी चोरी करते थे, लेकिन अब यह प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित हो जाएगी। बता दें कि स्टांप ड्यूटी चोरी के मामले पंजीयन विभाग में ज्यादा सामने आते हैं। जिससे शासन को नुकसान होता है।
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ई-रजिस्ट्री की सुविधा
संपदा-2 सॉफ्टवेयर में अब पक्षकारों को ई-रजिस्ट्री मिल रही है। रजिस्ट्री की कॉपी ई-मेल पर भेजने की सुविधा की गई है। विभाग में फोटो खींचने के बाद उप पंजीयक को सत्यापन करना होता है। उप पंजीयक द्वारा क्लिक किए जाने बाद रजिस्ट्री मिल जाती है। साथ ही अब पक्षकारों को साथ में गवाह नहीं लाना पड़ रहा है। सिर्फ क्रेता-विक्रेता ही कार्यालय में आ रहे है।
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ओटीपी की जगह अंगूठे से बुक होगा स्लॉट
जिला पंजीयक अशोक शर्मा ने कहा कि सेवा प्रदाता को लेकर संपदा-2 सॉफ्टवेयर में नया फीचर जोड़ा जा रहा है। अब ओटीपी की जगह अंगूठे से स्लॉट बुक होगा। सेवा प्रदाताओं को कार्यालय में बैठकर ही रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इससे फर्जी रजिस्ट्री के मामलों में कमी आएगी और प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। (ग्वालियर न्यूज)
5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ ग्वालियर में पंजीयन विभाग ने संपदा-2 सॉफ्टवेयर में नए फीचर जोड़े हैं।
✅ रजिस्ट्री के लिए अब सेवा प्रदाताओं को अंगूठे से सत्यापन करना होगा।
✅ स्टांप ड्यूटी चोरी रोकने के लिए सेवा प्रदाताओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
✅ ई-रजिस्ट्री की सुविधा से अब गवाहों की जरूरत नहीं होगी।
✅ इस पहल से रजिस्ट्री प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित हो जाएगी। (Gwalior News)
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