INDORE. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद डॉ. मोहन यादव (cm mohan yadav) ने इन्वेस्टर्स समिट का नया रूप निकाला और हर रीजन में अलग-अलग रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव शुरू किए। साथ ही हर जिले में निवेश संर्वधन केंद्र शुरू करने के आदेश दिए। अब इसी निर्देश के तारतम्य में मप्र में पहली बार जिला स्तर पर निवेश सम्मेलन हुआ, और वह भी आदिवासी जिला अलीराजपुर में।
150 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए
अलीराजपुर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर द्वारा शुरू की गई इस पहल में केंद्रीय मंत्री अनिता नागर चौहान, विधायक सेना पटेल के साथ ही जिले के सभी अधिकारी और एमपीआईडीसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश राठौड़, जीएम डीआईसी व करीब 90 कारोबारी, उद्योगपति, निवेशक पहुंचे थे। इनसे यहां पर 150 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। सभी के साथ कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने वन टू वन बात कर समस्याएं भी समझी।
साथ ही सभी का एक ग्रुप बनाया जिसमें निवेश प्रस्ताव पर क्या हो रहा वह देखा जाएगा और साथ ही आने वाली समस्याएं देखी जाएंगी। वहीं सांसद के सामने यह भी मांग उठी की अलीराजपुर और झाबुआ के बीच एक मेडिकल कॉलेज अस्पताल की जरूरत है, जिससे इन आदिवासी जिलों की 20 लाख से ज्यादा आबादी को अच्छी चिकित्सा मिल सके।
कलेक्टर ने जिला स्तर पर बनवाया लैंड बैंक
कलेक्टर ने कार्यक्रम में सभी को बताया कि तहसीलदारों से जानकारी लेकर जिले का लैंड बैंक बनाया गया है। इसे एमपीआईडीसी के जरिए आगे काम कराया जाएगा। जिससे यहां पर इंडस्ट्री आ सके और स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि लैंड बैंक के साथ ही यहां कच्चा मटैरियल, मैनपावर उपलब्ध है। जिले में एग्रो इंडस्ट्री, एजुकेशन के क्षेत्र में कई संभावनाएं जताई गई।
आम, सीताफल, कोदो-कुटकी की यूनिट
बैठक में बताया गया कि यहां पर छोटी-छोटी एग्रो यूनिट के काफी स्कोप है, खासकर सीताफल, मेंगो, कोदो-कुटकी के। बैंबू प्रॉडक्ट, कॉटन के भी स्कोप है। औद्योगिक कुशलता के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत युवाओं को ट्रेंड किया जा रहा है। हाल ही में एमआरएफ कंपनी युवाओं को गुजरात लेकर गई है जो 20 हजार स्टायफंड देगी और दो साल तक ट्रेनिंग भी।
150 करोड़ के निवेश से 1500 को मिलेगा रोजगार
कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक शराजेश व्यास, अपर कलेक्टर एवं प्रभारी निवेश प्रोत्साहन केंद्र अधिकारी वीरेन्द्र सिंह बघेल जनप्रतिनिधि मकू परवाल व अन्य उपस्थित थे। स्थानीय सांसद चौहान ने बताया की जिले में कानून व्यवस्था में सुधार आया है जिससे निवेश के लिए सुगम वातावरण निर्मित हुआ है। इसी के साथ शासन की योजनाओं से कई संभावनाएं भी उत्पन्न हुई है। कलेक्टर डॉ. बेड़ेकर ने बताया कि 90 से अधिक निवेशकों ने 150 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की कार्य योजना प्रस्तुत कर नई इकाई स्थापित करने की इच्छा जताई है। इन इकाइयों की स्थापना से जिले के 1500 युवाओं को जिले में सीधे रोजगार प्राप्त होगा एवं इसके अतिरिक्त अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन भी होगा, जिससे जिले से होने वाला पलायन रूकेगा। इस दौरान जनप्रतिनिधि रिंकेश तंवर संयुक्त कलेक्टर प्रियांशी भंवर , अनुविभागीय अधिकारी तपीस पांडे, एस आर यादव , डिप्टी कलेक्टर जीपी अग्रवाल एवं डीआईसी प्रबंधक रोहित भिंडे सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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