INDORE. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अयोध्या के राम मंदिर पर विवादित बयान दिया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को नाचा-गाना कह दिया। अब राम मंदिर समारोह पर विवादित टिप्पणी को लेकर अयोध्या से लेकर इंदौर तक सियासी घमासान तेज हो गया है। इस बयान को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राहुल गांधी पर हमलावर है वहीं अयोध्या के साधु-संतों ने भी नाराजगी जताई है।
यह बोले थे राहुल गांधी
हरियाणा के हिसार में चुनावी रैली को संबोधित करते राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जहां नाच-गाना हो रहा था, वहीं उद्योगपति अंबानी और अडानी को आमंत्रित किया गया था, लेकिन बीजेपी ने एक भी किसान को बुलाना भूल गई। राहुल यहीं नहीं रूके उन्होंने यहां तक कहा कि जब अयोध्या में मंदिर खुला तो आप अडानी, अंबानी, अमिताभ बच्चन को देख सकते थे, लेकिन आपको एक भी किसान नहीं दिखाई दिया। राष्ट्रपति से कहा कि चूंकि आप एक आदिवासी हैं, आप अंदर नहीं आ सकते, आपको अनुमति नहीं है।
सीएम मोहन ने की बयान की निंदा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इस बयान के सामने आने के बाद सबसे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM mohan yadav) ने उन पर हमला बोला। इंदौर आते ही सीएम मोहन यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि खुद कभी दर्शन करने गए नहीं, उन्हें शर्म आना चाहिए, उनके बयान की निंदा करता हूं।
मोहन यादव ने कहा कि दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि जहां करोड़ों की आस्था लगी है। प्रभु श्री राम का 550 साल बाद गर्भगृह में प्रवेश हुआ, देश दुनिया में सनातन धर्म के आस्था के पवित्र केंद्र, जहां कांग्रेस के कुत्सित प्रयासों के कारण ही भगवान राम के मंदिर का भूमिपूजन हुआ और ना ही गर्भगृह में प्रवेश हो पाया था, हमेशा कांग्रेस उनके साथ खड़ी रही जिन्होंने गोलियां चलाई। दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि प्रभु राम के मंदिर का आनंद उन्होंने लिया नहीं, ना ही कभी वह दर्शन करने गए, फिर किस मुंह से कह रहे हैं, उन्हें शर्म आना चाहिए, मैं निंदा करता हूं।
पुजारी सत्येंद्र दास ने साधा निशाना
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर साधु-संतों ने भी आक्रोश जताया है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि कांग्रेस सरकार शुरू से नकारा है कि राम नहीं हैं, राम का अस्तित्व नहीं है। तो कांग्रेस नेता ऐसा बोलेंगे ही.. जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी... प्राण प्रतिष्ठा को राहुल गांधी अगर नौटंकी बता रहे हैं तो उनकी ऐसी भावना रही होगी। उनकी दृष्टि में यह नौटंकी है, लेकिन भक्तों की नजर में यह प्राण प्रतिष्ठा है। इसमें श्रीराम के बालक रूप में स्थापना हुई है।
विदेशी मानसिकता से ग्रस्त हैं राहुल गांधी
विश्व हिंदू प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मीडिया इंचार्ज शरद शर्मा ने राहुल गांधी की मानसिकता को विक्षिप्त बताते हुए कहा कि उनकी कांग्रेस पार्टी तो राम के अस्तित्व को ही नकारती है। इस तरह की भाषा का प्रयोग करना दुखद है। वह विदेशी मानसिकता से ग्रस्त हैं। उन्हें आगरा में इलाज कराया जाना चाहिए। साथ ही कहा कि समाज ऐसे लोगों को दंड देने चाहिए।
माफी मांगे राहुल गांधी
विवादित बयान को लेकर बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने कहा कि राहुल गांधी खुद क्या कर रहे हैं यह पूरे देश को पता है। जिसने यह बयान दिया उसने कार्यक्रम ही नहीं देखा। पीएम मोदी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद खुद सभी के ऊपर फूल बरसाए। जिसने ऐसा बोला है उनके खुद के घर में 3-3 प्रधानमंत्री रहे हैं। क्या उन्होंने कभी ऐसा किया। उन लोगों ने सनातन को खत्म करने का काम किया है। इस बयान के लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
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