मध्यप्रदेश के फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के घोटाले के परतें लगातार खुलती जा रही हैं। फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के मामले की जांच जारी है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जांच में अनसूटेबल पाए गए कॉलेजों पर राज्य सरकार ने ताला डाल दिया है। नर्सिंग कॉलेजों में फर्जीवाड़े की जांच के बीच प्रदेश के 6 बीएड-डीएड कॉलेजों में भी गड़बड़ियां सामने आई हैं। ( Irregularities in B.Ed-D.Ed colleges )
छह बीएड-डीएड कॉलेज संचालकों पर केस
जानकारी के मुताबिक मप्र स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने ऐसे 6 कॉलेज संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मान्यता लेकर कॉलेज संचालित करने का आरोप है। ये मान्यता एनसीटीई, दिल्ली और जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से ली गई थीं। एसटीएफ ने इन संचालकों को कूटरचित दस्तावेजों का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी से मान्यता लेने का आरोपी बनाया है।
एसटीएफ ने इन कॉलजों को बनाया आरोपी
- अंजुमन कॉलेज ऑफ एजुकेशन सेवड़ा (दतिया)
- प्राशी कॉलेज ऑफ एजुकेशन मुंगावली (अशोक नगर)
- सिटी पब्लिक कॉलेज शाडौरा (अशोक नगर)
- मां सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय वीरपुर (श्योपुर)
- प्रताप कॉलेज ऑफ एजुकेशन बड़ौदा (श्योपुर)
- आइडियल कॉलेज बरौआ (ग्वालियर)
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