JABALPUR. जबलपुर में लंबे समय से एक बड़े फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। गुरुवार को जबलपुर सांसद आशीष दुबे इस फ्लाईओवर (flyover) का निरीक्षण करने पहुंचे तो अधिकारियों की उदासीनता के कारण बीजेपी की अंदरूनी कलह की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया।
निरीक्षण करने पहुंचे थे सांसद आशीष दुबे
जबलपुर से बीजेपी सांसद आशीष दुबे (BJP MP Ashish Dubey) अपने तय कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार की शाम 4 बजे फ्लाईओवर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान मौके से जबलपुर कलेक्टर, कमिश्नर सहित पीडब्ल्यूडी के अधिकारी नदारद नजर आए। निरीक्षण के दौरान ब्रिज की गुणवत्ता सहित अन्य जानकारी देने के लिए जहां पीडब्ल्यूडी अधिकारियों होना था वहां पर केवल अपर कलेक्टर नाथूराम गौंड पहुंचे, जिनके पास ग्रामीण क्षेत्र का प्रभार है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू सहित महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और कार्यकर्ताओं ने जब अन्य अधिकारियों के नहीं आने पर सवाल किया तो अपर कलेक्टर गोलमोल जवाब देते हुए नजर आए और थोड़ी देर बाद चुपी साधे वापस जाते हुए भी दिखाई दिए।
फ्लाईओवर निर्माण में गड़बड़ी के लगाए आरोप
सांसद के फ्लाईओवर निरीक्षण को अधिकारियों द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद नगर अध्यक्ष प्रभात साहू से बात की गई तो उन्होंने सीधा-सीधा गड़बड़ी का आरोप लगाया। प्रभात साहू ने बताया कि हमें जानकारी लगी थी कि इस निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा गफलत और जानबुझकर देरी की जा रही है, इसलिए ही आज यहां पर निरीक्षण के लिए पहुंचे थे और सभी अधिकारी जो मौके से नदारत हैं उनके लिए भी यह संदेश दिया कि उन्हें राजनीति करना आता है और वह अब अपने तरीके से जवाब देंगे। नाराज प्रभात साहू ने यह भी कहा कि किसी भ्रष्टाचारी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
PWD मंत्री जबलपुर में फिर भी सांसद का निरीक्षण
राजनीतिक गलियारों में अब इस निरीक्षण को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं। बीजेपी के अंदरूनी सूत्र ही बता रहे हैं कि जब पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह हैं। वे जबलपुर शहर में ही थे और उनके विभाग के द्वारा बनाए जा रहे फ्लाईओवर निर्माण में यदि गड़बड़ियां मिली थी, तो क्यों सांसद सहित नगर अध्यक्ष और अन्य नेता विपक्ष की भूमिका निभाने के निरीक्षण करने पहुंचे थे। सवाल तो यह भी है कि आखिर क्यों उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री से उसकी शिकायत नहीं की।
श्रेय लेने मची वर्चस्व की लड़ाई!
इस मामले में जब नगर अध्यक्ष प्रभात साहू से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने सिर्फ इतना ही बताया कि आज मौके से नदारत अधिकारियों को तीन दिन का समय दिया गया है और उसके बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार फ्लाईओवर का श्रेय लेने के लिए बीजेपी दो गुटों में बंट चुकी है, जिसमें एक गुट सांसद का है, जिसमें नगर अध्यक्ष सहित महापौर भी हैं और दूसरा ग्रुप मंत्री जी का है। दोनों गुटों के समर्थकों के अपने-अपने मत हैं। जहां एक गुट का कहना है कि इस पूरे निर्माण को जबलपुर लाने से लेकर पूरा होने तक मंत्री जी का श्रेय है तो दूसरे गुट का कहना है कि मंत्री जब तक सांसद रहे तब तक उन्होंने बहुत श्रेय लिया है। अब नए सांसद की बारी है।
लंबे समय से चल रही थी फ्लाईओवर की कवायद
आपको बता दे की जबलपुर शहर में फ्लाईओवर की कवायद बड़े लंबे समय से चल रही थी। राकेश सिंह के पहले सांसद रहे नेताओं ने भी इसके पुरजोर प्रयास किए थे पर जबलपुर में इस प्रोजेक्ट को लाने का श्रेय भी तत्कालीन सांसद और अब पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के पास गया।
लगभग तैयार हो चुका है फ्लाईओवर
बता दें कि जबलपुर शहर में बन रहा प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। खास बात यह है कि मदन महल रेलवे स्टेशन पर फ्लाईओवर के निर्माणाधीन 385.5 मीटर लंबे केवल स्टे ब्रिज का 193.5 मीटर हिस्सा रेलवे लाइन के ऊपर बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के एक हिस्से का उद्घाटन विधानसभा चुनाव के दौरान हो चुका है, और बाकी का फ्लाईओवर भी जल्द ही शहर जनता के लिए उपलब्ध होगा, जिस शहर में बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो सकेगा।
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