जबलपुर में वेतनवृद्धि का लाभ नहीं मिलने पर सहकारिता समिति के कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है। मामले में मध्य प्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ ने सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग के नाम से कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को ज्ञापन सौंपा है। इसके साथ ही संघ ने वेतनवृद्धि ना दिए जाने पर आत्मदाह करने की धमकी भी दी है। कर्मचारियों ने शिकायत करते हुए जरनल मैनेजर पर गंभीर आरोप लगाए है। मामले में कलेक्टर ने दीपावली के पहले बढ़े हुए मानदेय के साथ वेतन भुगतान करने के आदेश दिए है।
जानें पूरा मामला
पूरा मामला सहकारिता कर्मचारियों के वेतन भुगतान का है। मध्य प्रदेश शासन ने अक्टूबर 2023 में सहकारिता समिति के कर्मचारियों को मिलने वाले मानदेय पर 3 हजार रुपए वेतन वृद्धि करने के लिए आदेश दिया था। लेकिन जबलपुर जिले में किसी भी कर्मचारी को वेतन वृद्धि की बढ़ी दरों के आधार पर भुगतान नहीं किया गया है। संबंधित समस्या के निराकरण के लिए सहकारिता मंत्री के नाम से कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को ज्ञापन सौंपा गया है।
जरनल मैनेजर पर लगाए गंभीर आरोप
कर्मचारी महासंघ के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि कलेक्टर के आदेश के बाद भी सहकारिता विभाग के अधिकारियों द्वारा वेतन नहीं दिया गया है। उनके द्वारा यह बात कही जाती है कि सैलरी देने के लिए हमारे वेतन खातों में पैसे नहीं है। उन्होंने बताया कि शासन के आयुक्त की तरफ से निर्देश है जो भी समिति खरीदी करेगी उसके कमीशन का 70 प्रतिशत राशि भुगतान कर्मचारियों के वेतन खातों में किया जाएगा। लेकिन अधिकारियों के द्वारा किसी दूसरे खातों में राशि को डाल दिया जाता है। उन्होंने जिला स्तर पर पदस्थ जरनल मैनेजर के द्वारा पैसे को डकार लिए जाने की बात कही है। जिला सहकारी बैंक मैनेजर, समिति प्रबंधक और जरनल मैनेजर पर राशि को हजम किए जाने का आरोप लगाया।
वेतन भुगतान नहीं होने पर आत्मदाह की धमकी
कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने बताया है कि कर्मचारियों के वेतन भुगतान में अधिकारियों द्वारा अड़ंगे लगाए जा रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर जबलपुर के द्वारा कई बार अधिकारियों को वेतन दिए जाने के लिए आदेशित किया जा चुका है। लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगेती है।
उन्होंने बताया कि आस-पास के सभी जिलों में वेतन वृद्धि मान्य है लेकिन जबलपुर में वेतन वृद्धि पर अभी भी किंतु-परंतु किया जा रहा है। अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो 30 -31 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट जबलपुर के सामने आत्मदाह किया जाएगा और यदि वेतन भुगतान नहीं होता है तो 6 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर कर्मचारी महासंघ चला जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन की होगी।
कर्मचारी महासंघ ने मांगों के लिए दिया ज्ञापन
अपने ज्ञापन में कर्मचारी महासंघ ने मांग की है कि,जो वेतन वृद्धि की गई है उसका भुगतान तत्काल किया जाए और अधिक वेतन मिल रहा है तो उसे कम नहीं किया जाए। साथ ही 60 प्रतिशत पैक्स कर्मचारियों को बैंक चयन प्रक्रिया में पदोन्नत कर चयन किए जाने की भी मांग की गई है। कर्मचारी संघ की यह भी मांग है कि PSO मशीन से कोरोना काल में ऑफलाइन खाद्यान्न वितरण को कम किया जाए और कर्मचारियों पर FIR जैसी दंडात्मक कार्रवाई को तत्काल रोककर, उन FIR को भी वापस लिया जाए जो कर्मचारी के विरुद्ध दर्ज हुई हैं।
कलेक्टर ने दिए वेतन भुगतान की आदेश
अपर कलेक्टर नाथूराम गौंड ने बताया कि कलेक्टर जबलपुर के द्वारा निर्देशित किया गया है कि कर्मचारियों को बढ़ी हुई दरों पर मिलने वाले मानदेय के आधार पर ही वेतन का भुगतान दिवाली के पहले किया जाए। इस समीक्षा बैठक में सहकारी समिति की सेल्समेन, प्रबंधक और बैंकर्स मौजूद रहे। साथ ही अन्य वेतन संबंधी भुगतान के लिए 11 नवंबर को समीक्षा बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।
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