जबलपुर में मस्जिद का विवाद अभी शांत नहीं हुआ है। रांझी के मड़ई क्षेत्र स्थित विवादित भूमि को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विवादित मस्जिद के सीमांकन के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना (Collector Deepak Saxena) को ज्ञापन सौंपा है। हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर 16 नवंबर तक सीमांकन (demarcation) नहीं हुआ तो जबलपुर के सभी चौराहों पर चक्काजाम किया जाएगा। आपको बता दे कि बीते दिनों हिंदू संगठनों ने इस विवादित मस्जिद के खिलाफ बड़ा आंदोलन करते हुए कार सेवा कर मस्जिद को गिरा देने की चेतावनी दी थी।
विवादित भूमि पर बनी मस्जिद का मामला
दरअसल, पूरा विवाद मड़ई इलाके में बनी मस्जिद का है, जिसमें विहिप और बजरंग दल का कहना है कि यह जमीन पर गायत्री बाल मंदिर की है, लेकिन उसके बाजू में धीरे-धीरे एक मस्जिद का निर्माण किया गया और उसमें अतिक्रमण करते हुए उसे और बड़ा बना दिया है। संगठनों का आरोप है कि मस्जिद के निर्माण के पीछे कोई वैध दस्तावेज नहीं है। विवादित भूमि के सीमांकन के लिए लगातार हिंदूवादी संगठनों द्वारा प्रशासन से मांग की जा रही है।
सीमांकन के लिए दिए जा चुके हैं आवेदन
विहिप और बजरंग दल की कार्यकर्ताओं का कहना है कि विवादित भूमि के सीमांकन के लिए 20 दिन पहले रांझी SDM और तहसीलदार को आवेदन दिए गए। लेकिन आज तक इस भूमि का सीमांकन नहीं किया गया है। SDM ने आश्वस्त करते हुए कहा था कि मस्जिद के निर्माण की पूरी जांच कराई जाएगी और दस्तावेजों का गहराई से परीक्षण किया जाएगा। लेकिन अभी तक कोई भी सीमांकन संबंधी वैधानिक कार्यवाही नहीं की गई।
कलेक्टर से सीमांकन कराने की मांग
इस मामले में परिषद् के प्रतिनिधिमंडल द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें विवादित भूमि के सीमांकन को 16 तारीख से पहले कराने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी दिए गए ज्ञापन के बाद सीमांकन किए जाने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक सीमांकन नहीं हो पाया है। उन्होंने मामले में स्थिति स्पष्ट कर सार्वजनिक करने की भी बात कलेक्टर से कही।
सीमांकन नहीं हुआ तो करेंगे चक्काजाम
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के विभाग संयोजक सुमित सिंह ठाकुर ने बताया कि यदि सीमांकन निश्चित तारीख तक नहीं होता है। संगठनों द्वारा 22 प्रखंडों में जबलपुर महानगर के सभी चौराहों पर चक्का जाम किया जाएगा।
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