JABALPUR. असली और नकली किन्नरों के विवाद के चलते किन्नर समाज ने ही ऐसा खुलासा किया है जिसमें यह सामने आया है कि रुपए कमाने के लालच में लोग सर्जरी करा कर नकली किन्नर बना रहे हैं। यह आरोप जबलपुर में किन्नर राधाबाई ने लगाए हैं और ऐसे किन्नरों की जांच की मांग की है।
जबलपुर शहर के किन्नर समाज में इन दिनों एक नया विवाद उठ खड़ा हुआ है, जहां नकली किन्नरों के खिलाफ जांच और सख्त नियमावली की मांग की जा रही है। यह मामला तब सामने आया जब राधाबाई उर्फ मट्टू किन्नर ने जबलपुर एसपी कार्यालय में एक शिकायत पत्र सौंपा और नकली किन्नरों की पहचान के लिए व्यापक जांच की मांग की। आपको बता दें कि बीते दिनों राधाबाई किन्नर के खिलाफ भी एक गुट ने शिकायत देते हुए उन्हें भी नकली बताया था।
2 लाख रुपए में बन रहे नकली किन्नर
राधाबाई ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि जबलपुर में बड़ी संख्या में लोग 70 से 80 हजार रुपए खर्च कर लिंग परिवर्तन करवा रहे हैं और किन्नर समाज का हिस्सा बन रहे हैं। इसके अलावा सीने के ऑपरेशन पर भी 80 हजार से 1.5 लाख रुपए तक की राशि खर्च की जा रही है, ताकि वे शारीरिक रूप से किन्नर दिखाई दें। यह नकली किन्नर समाज के असली किन्नरों की छवि को धूमिल कर रहे हैं और समाज में अवैध वसूली जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
अवैध वसूली और धमकियों के आरोप
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि नकली किन्नर जबरन घरों में जाकर 5 हजार से 20 हजार रुपए तक की अवैध वसूली कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल लोगों को आर्थिक रूप से परेशान कर रही है, बल्कि किन्नर समाज के भीतर भी तनाव और झगड़ों को जन्म दे रही है। राधा बाई का कहना है कि असली किन्नरों और नकली किन्नरों के बीच की पहचान को स्पष्ट करने के लिए एक डॉक्टरी जांच अनिवार्य होनी चाहिए, ताकि समाज में हो रहे धोखाधड़ी को रोका जा सके।
विवाद और झगड़ों को रोकने के लिए नियमावली की मांग
राधा बाई ने यह सुझाव भी दिया है कि किन्नर समाज में बधाई और शुभ अवसरों पर ली जाने वाली बख्शीश के लिए एक निश्चित दर निर्धारित की जानी चाहिए। उन्होंने 500 से 1000 रुपये तक की एक तय राशि की मांग की है, ताकि अवैध वसूली और धमकियों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इस नियम से नकली किन्नरों द्वारा की जा रही अत्यधिक वसूली पर अंकुश लगेगा, और समाज में शांति बनी रहेगी।
असमंजस में प्रशासन
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जबलपुर पुलिस प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाता है। राधा बाई और उनके समर्थक किन्नरों की मांग है कि एक सख्त और न्यायपूर्ण जांच कराई जाए, ताकि असली और नकली किन्नरों की पहचान हो सके और समाज में चल रही अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। वहीं दूसरे गुट के द्वारा राधाबाई पर नकली होने का आरोप लगाया गया है। अब पुलिस अधिकारी खुद असमंज में है की कानून की किस धारा के तहत इस झगड़े का निदान किया जाए।
शिकायत के माध्यम से यह भी मांग की गई है कि सभी किन्नरों को बुलाकर उनकी डॉक्टरी जांच की जाए, ताकि समाज के भीतर की धांधली और अवैध वसूली जैसी गतिविधियों को समाप्त किया जा सके। किन्नर समाज में एक बार फिर से शांति स्थापित करने समाज को ही पहल करनी होगी, क्योकि पुलिस इस मामले में खुद दुविधा में नज़र आ रही है।
यह मामला शहर के सामाजिक ताने-बाने पर बड़ा असर डाल सकता है, और अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस दिशा में क्या काम करता है और किन्नर समाज के इस विवाद को हल करने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।
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