मध्य प्रदेश का जबलपुर जिला अपनी मटर की गुणवत्ता, मिठास और बड़े दानों के लिए पूरे देश और विदेश में प्रसिद्ध है। जिले में लगभग 40 हजार हेक्टेयर जमीन पर मटर की खेती होती है। सीजन के दौरान लाखों क्विंटल मटर जबलपुर की मंडियों में पहुंचता है, जिसे देश के विभिन्न हिस्सों और विदेशों तक तेजी से भेजा जाता है। लेकिन इस दौरान सैकड़ों गाड़ियों में आने वाले मटर से लगा जाम आम लोगों के लिए सिरदर्द बन जाता था। जिससे राहत दिलाने, मंडी को शहर के बाहर शिफ्ट कर अब 137 एकड़ मे नई कृषि उपज मंडी विकसित की जा रही है।
ट्रैफिक के भारी दबाव के चलते बन रही है नई मंडी
जबलपुर शहर की विजय नगर कृषि उपज मंडी में मटर की खरीदी से अक्सर यातायात जाम और कानून-व्यवस्था की दिक्कतें पैदा हो जाती थीं। मटर लाने वाले ट्रकों और वाहनों की भीड़ के कारण स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानी होती थी। इसे ध्यान में रखते हुए किसानों, व्यापारियों और शहर वासियों की मांग पर जिला प्रशासन ने मंडी को शहर के बाहर औरिया स्थित बाईपास क्षेत्र में ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है।
30 नवंबर को होगा मंडी का उद्घाटन
औरिया स्थित नई मटर मंडी 30 नवंबर से शुरू हो जाएगी। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस फैसले पर सभी ने सहमति जताई। बैठक में पाटन से विधायक अजय विश्नोई, पनागर से विधायक सुशील तिवारी इंदु, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, किसान संघों और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
120 एकड़ में मंडी का होगा विस्तार
पाटन विधायक अजय विश्नोई ने जानकारी दी कि नई मंडी न केवल मटर के लिए बल्कि फल और सब्जियों के लिए भी बनाई जा रही है। मंडी के पास 120 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है, जिसे व्यवस्थित रूप से विकसित किया जाएगा। फिलहाल, 17 एकड़ क्षेत्र में मंडी संचालित होगी। उन्होंने कहा कि मंडी को शहर से बाहर स्थानांतरित करने से ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं हल होंगी। व्यापारियों और किसानों के लिए सुविधाजनक परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
अब नई मंडी में ही आएगी मटर की फसल
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि नई मंडी में सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। किसानों और व्यापारियों की सुविधा के लिए मंडी को स्मार्ट और सुव्यवस्थित बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विजय नगर कृषि उपज मंडी में अब मटर लाने वाले वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित होगी। नई मंडी में अस्थायी दुकानें 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर आवंटित की जाएंगी।
विधायक सुशील तिवारी इंदु ने कहा कि मंडी के स्थानांतरण से एम्बुलेंस और स्कूल बसों जैसी आपातकालीन सेवाओं को जाम से राहत मिलेगी। उन्होंने व्यापारियों और किसानों से सहयोग करने की अपील की। किसान संघ और व्यापारी संगठनों ने भी मंडी के स्थानांतरण के निर्णय का स्वागत किया।
व्यापारियों सहित शहर वासियों के लिए राहत है नई मंडी
इस नई मंडी से किसानों को बेहतर व्यापार के अवसर मिलेंगे, वहीं व्यापारियों के लिए माल को बाजारों तक पहुंचाना आसान होगा। शहर के लोगों को यातायात जाम और अव्यवस्था से राहत मिलेगी। जिला प्रशासन का यह कदम जबलपुर को एक व्यवस्थित और स्मार्ट कृषि मंडी के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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