जबलपुर में पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थी को फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़ा गया है। दस्तावेज की जांच में अभ्यर्थी का प्रमाण पत्र फर्जी निकला है। एसएएफ (विशेष सशस्त्र बल) की 6वीं बटालियन में दस्तावेज जांच के दौरान अभ्यर्थी को फर्जी प्रमाण पत्र के साथ पकड़ा गया। दस्तावेज परीक्षण समिति ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को रांझी थाने भेजा, जहां रांझी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
सत्यापन के दौरान फर्जी प्रमाण पत्र का खुलासा
जबलपुर में एसएएफ 6वीं बटालियन में आरक्षक भर्ती के दस्तावेज परीक्षण के दौरान फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है, जहां सिविल लाइन निवासी अभ्यर्थी गुलजार खान जबलपुर ने होमगार्ड अनुभव का एक प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। जांच समिति को प्रमाण पत्र पर संदेह होने पर उन्होंने होमगार्ड विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया। अधिकारियों ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति होमगार्ड में पदस्थ नहीं है, और न ही इस नाम से कोई प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
फर्जी प्रमाण पत्र देने के मामले FIR दर्ज
फर्जी दस्तावेज के मामले में आरोपी गुलजार खान के खिलाफ FIR की गई है। रांझी थाना प्रभारी मानस द्विवेदी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रस्तुत किया गया अनुभव प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी पाया गया। इसी आधार पर आरोपी गुलजार को दस्तावेज और अन्य जानकारी के साथ रांझी थाना लाया गया।
गुलजार ने कबूल किया फर्जीवाड़ा
मामले में पुलिस की पूछताछ में आरोपी गुलजार ने स्वीकार किया कि उसने आरक्षक भर्ती में अतिरिक्त 5 अंक पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया था। पुलिस के द्वारा अब प्रस्तुत किए गए सभी दस्तावेजों की जांच कर रही है।
कई धाराओं में केस दर्ज, जांच शुरू
पुलिस ने आरोपी गुलजार खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 468 (फर्जी दस्तावेजों का उपयोग) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की विस्तृत जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस मामले में किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता है। साथ ही प्रस्तुत किए गए अन्य दस्तावेजों की भी बारीकी से जांच कर रही है। जिससे पता लगाया जा सके कि क्या उसने भर्ती प्रक्रिया में कोई अन्य कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत तो नहीं किए गए।
कड़ी सुरक्षा के बीच भर्ती प्रक्रिया
पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया के फिजिकल टेस्ट और दस्तावेज परीक्षण अत्यंत कड़ी सुरक्षा और पारदर्शिता के साथ आयोजित हो रहे हैं। अभ्यर्थियों को मैदान में फिजिकल टेस्ट देने से पहले चार स्तरीय बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से गुजरना पड़ता है, जिसमें:
1. आंखों की पुतली की जांच (आईरिस स्कैन)
2. अंगुलियों के निशान (फिंगरप्रिंट)
3. आधार कार्ड की क्रॉस वेरिफिकेशन
4. दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया
फिजिकल टेस्ट में दौड़, लंबी कूद, और गोला फेंक जैसे इवेंट शामिल हैं।
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