जबलपुर पुलिस की नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। शनिवार को जबलपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक नशे के सौदागर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ढाई हजार के इनामी तस्कर से 9 बॉक्स में रखे 18 हजार नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं। जिनकी कीमत करीब 11 लाख रुपए आंकी गई गई है। पुलिस मामले में आरोपी के कई साथियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
दबिश देकर खंडहर क्वार्टर से तस्कर को दबोचा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समर वर्मा ने खुलासा करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच, गोहलपुर, रांझी और कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नशा तस्करी के आरोपी का महेश विश्वकर्मा उर्फ महेश साहू निवासी लालमाटी को गिरफ्तार किया। आरोपी महेश की गिरफ्तारी व्हीकल फैक्ट्री के खंडहर क्वार्टर से की है। साथ ही आरोपी महेश के कब्जे से 9 कार्टून में रखे 18 हजार इंजेक्शन जब्त किए हैं। आरोपी ने इंजेक्शनव्हीकल फैक्ट्री के खंडहर में छिपा रखे थे।
गुजरात से मंगाकर सप्लाई करता था इंजेक्शन
पुलिस ने आगे बताया कि बरामद किए गए इंजेक्शन बुप्रेनोरफिन हाइड्रोक्लोराइड कंपनी के हैं, आरोपी यह इंजेक्शन गुजरात से मंगाता था। जिसे जबलपुर समेत आसपास के जिलों में बेचा जाता था। बेहद शातिर तस्कर महेश ने नशे के अवैध कारोबार को चलाने के लिए टीम बना रखी थी। टीम में शामिल लोग इंजेक्शन को रिटेल में शहर के मेडिकल स्टोर्स में बेचते थे, जहां से नशा करने के लिए ग्राहकों को यह इंजेक्शन दिए जाते थे। इससे पहले, 29 मई 2024 को गोहलपुर थाना पुलिस ने नशे की खेप के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
दो नाम से करता था नशे का कारोबार
पुलिस की पूछताछ में महेश ने खुलासा किया है कि वह परदे के पीछे रहकर नशीले इंजेक्शन की तस्करी करता था। पुलिस को झांसा देने के लिए दो नाम महेश विश्वकर्मा और महेश साहू से कारोबार करता रहा। इतना ही नहीं उसने दूसरों के नाम से ड्रग्स लाइसेंस बनाता था। फिर उन्हीं के जरिए बाहर की फैक्ट्रियों से नशे के इंजेक्शन मंगाता था। इसके बाद गैंग में शामिल लोगों मनचाहे रेट पर अलग-अलग क्षेत्र में बिकवाता था।
छोट भाई के जरिए करता था कारोबार
महेश का काम जबलपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी फैला हुआ था। कोतवाली पुलिस ने 29 जुलाई को गोपाल बाग की तलैया क्षेत्र में छापामार कार्रवाई करते हुए महेश विश्वकर्मा के छोटे भाई राजू विश्वकर्मा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। पुलिस ने राजू के पास से 2 हजार 800 नशीले इंजेक्शन बरामद किए थे।
अब तक कई आरोपी गिरफ्तार किए गए
पुलिस की पूछताछ में राजू ने बताया था कि उसने रांझी के नीरज परियानी को इंजेक्शन बेचे हैं। इसके बाद पुलिस ने राजू की बताई लोकेशन दबिश दी और नीरज परियानी के मेडिकल दुकान से 4 हजार 400 नशीले इंजेक्शन बरामद किए। साथ ही नीरज को पकड़ा लिया। नीरज से कड़ी पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आनंद कॉलोनी के मकान से 38 लाख रुपए के 62 हजार इंजेक्शन बरामद किए। जिसके साथ कुछ आरोपियों और महेश विश्वकर्मा के भाई को गिरफ्तार जेल भेजा था।
ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित था
ASP ने आगे बताया कि नशे के सौदागर महेश विश्वकर्मा पर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। वह अब तक जबलपुर समेत कई जिलों में लाखों इंजेक्शन खपा चुका हैं। इसने अपने के लिए युवाओं को नशे का आदि बनाया है। पुलिस अब तक महेश की टीम की कई सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। फिलहाल पुलिस ने महेश को कोर्ट में पेश किया। जहां दो दिन की रिमांड ली गई है। पुलिस पूछताछ कर रही है तस्करी को लेकर और भी कई खुलासे हो सकते है।
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