मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में बाघिन (tigress) की चहलकदमी देखने को मिली है। बाघिन ने शावक से साथ महाराष्ट्र से खरगोन जिले में एंट्री की है। महाराष्ट्र से लगे इलाके में टाइगर के दिखाई देने के बाद लोग दहशत में है। टाइगर के मूवमेंट को लेकर वन विभाग भी अलर्ट है। जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक हुई जिसमें टाइगर के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
तितरानिया रेंज में बाघिन का मूवमेंट
खरगोन के वन मंडलाधिकारी रमेश राठौड़ ने बताया कि सोमवार शाम को वन विभाग की टीम ने तितरानिया रेंज में बाघ का मूवमेंट देखा। वन कर्मचारियों ने बाघ का वीडियो भी बनाया है। अधिकारी ने आगे बताया कि वन विभाग की टीम को बाघिन के साथ उसका शावक भी दिखाई दिया है। क्षेत्र में बिग कैट होने की 8 दिन पहले सूचना थी लेकिन वन विभाग को सोमवार को कंफर्मेशन कि यह बाघिन है।
महाराष्ट्र की पाल सेंचुरी में आई है बाघिन
अधिकारी ने बताया कि तितरानिया रेंज से लगे महाराष्ट्र के यावल की पाल सेंचुरी में टाइगर्स की मौजूदगी है। संभावना है कि यह बाघिन से सेंचुरी से विचरण करते हुए खरगोन में आ गई है। उन्होंने आगे बताया कि पाल सेंचुरी में बाघिन ने शावक को जन्म दिया है और वह शावक को बाघ से बचाने के लिए खरगोन की तरफ आ गई है। आगे बताया कि महाराष्ट्र की पॉल सेंचुरी को बाघिन और उसके शावक के खरगोन में मूवमेंट को लेकर जानकारी दी गई है।
टाइगर देखने के बाद टास्क फोर्स एक्टिव
शावक के साथ बाघिन को देखे जाने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट है। मामले को लेकर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गई। जिसमें निगरानी करने के लिए इस क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बाघिन के क्षेत्र में विचरण करने को लेकर ग्रामीणों को अलर्ट किया है।
लोगों को किया सतर्क
डीएफओ ने बताया कि हालांकि तितरानियां रेंज में ज्यादातर वन क्षेत्र है। फिर भी क्षेत्र के गावों में मुनादी कर टाइगर की मौजूदगी को लोगों को सूचित किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। लोगों को जंगल की तरफ नहीं जाने के लिए कहा गया है।
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