मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई शुरू हो गई है। बुधवार को ग्वालियर और चंबल संभाग के 6 जिलों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर कलां से मानसून लौट गया। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक 11 साल में यह चौथी बार है जब मानसून इतनी जल्दी लौट रहा है।
विभाग के अनुसार, 10 से 18 अक्टूबर के बीच मानसून विदा हो जाता है। लेकिन मौसम विभाग 1 जून से 30 सितंबर तक की बारिश को मानसून सीजन मानता है। इसके बाद होने वाली बारिश मानसून के आंकड़ों में दर्ज नहीं होती। बता दें कि एमपी में मानसून की एंट्री 21 जून को हुई थी।
किस साल में कब लौटा मानसून?
वर्ष 2014 में मध्य प्रदेश से मानसून 28 सितम्बर को, 2015 में 29 सितम्बर को, 2016 में 12 अक्टूबर को, 2017 में 14 अक्टूबर को, 2018 में 1 अक्टूबर को, 2019 में 10 अक्टूबर को, 2020 में 18 अक्टूबर को, 2021 में 9 अक्टूबर को, 2022 में 14 अक्टूबर को, 2023 में 5 अक्टूबर को और 2024 में 2 अक्टूबर को लौटा था।
तीन दिन हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, तीन दिन तक प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि करीब तीन दिन बाद बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसका असर प्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, शहडोल संभाग और आसपास के इलाकों में देखने को मिलेगा। इस दौरान भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में भी हल्की बारिश की संभावना है।
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