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Harda. मध्यप्रदेश में हरदा जिले के पीएम श्री कॉलेज में बड़ा विवाद हो गया है। हिंदी के अतिथि विद्वान बसंत सिंह राजपूत को भाजपा जिला महामंत्री बनाए जाने पर कॉलेज परिसर में विरोध तेज हो गया। हंगामा बढ़ता देख कॉलेज प्राचार्य डॉ. संगीता बिले ने राजपूत को पद से हटाने का आदेश दिया।
एनएसयूआई का विरोध
बसंत सिंह राजपूत पिछले दस वर्षों से कॉलेज में हिंदी विषय पढ़ा रहे थे। वे लंबे समय से एबीवीपी और भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ से जुड़े रहे हैं।
भाजपा पद नियुक्ति के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में धरना दिया। उन्होंने पोस्टर लगाए और दो घंटे तक प्राचार्य कक्ष के बाहर नारेबाजी की। विरोध का मुख्य कारण सरकारी कॉलेज के शिक्षक का सक्रिय राजनीति में होना बताया गया।
हरदा कॉलेज विवाद वाली खबर पर एक नजर
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पुराना नियम बना आधार
एनएसयूआई नेताओं ने 2018 के पुराने नियमों का हवाला दिया। उन्होंने प्राचार्य को याद दिलाया कि तब यह तय हुआ था कि शिक्षक सीधे राजनीति में भाग नहीं लेंगे। लगातार दबाव और हंगामे के बाद कॉलेज प्रशासन ने आदेश जारी किया। बसंत सिंह राजपूत को पद से हटाकर कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया।
विरोध में कई नेता मौजूद
विरोध के दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष योगानंद राजपूत, कृष्णा विश्नोई और एनएसयूआई के प्रदेश सचिव मनोज विश्नोई सहित कई छात्र नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
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