MP News : मध्यप्रदेश सरकार ने अपने प्रमुख शहरों के वातावरण को बेहतर बनाने के लिए एक व्यापक और प्रभावशाली योजना शुरू की है। इसके तहत राज्य के सात बड़े शहरों के बीच बड़े पैमाने पर घने जंगल, ऑक्सीजन पार्क स्थापित किए जाएंगे। यह योजना राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्यक्रम के अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही है, जिसका मुख्य लक्ष्य शहरों की हवा की गुणवत्ता में सुधार करना और पर्यावरण को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाना है।
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इन ऑक्सीजन पार्कों में पचास से साठ हजार पौधें लगाए जाएंगे और इसलिए इन्हें ऑक्सीजन पार्क कहा जाएगा,क्योंकि इन हजारों पेड़ों से निकलने वाली ऑक्सीजन से शहरों की हवा में ताजगी आएगी और प्रदूषण कम होगा।
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विशाल जंगलों का होगा विकास
मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना और उज्जैन को इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए चुना है। इन सात शहरों के बीच विशाल जंगलों का विकास होगा, जो प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभाएंगे। पहले से मौजूद पार्कों को भी इस योजना के तहत ऑक्सीजन पार्क में बदला जाएगा ताकि उनकी क्षमता और प्रभावशीलता बढ़ सके।
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देश में ऑक्सीजन पार्क का उदाहरण
भारत में ऑक्सीजन पार्क की शुरुआत गुजरात के अहमदाबाद से हुई थी, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के पहले ऑक्सीजन पार्क का शुभारंभ किया था। इसके बाद राजस्थान और उत्तरप्रदेश में भी ऐसे पार्क बनाए गए हैं। मध्यप्रदेश अब इस सूची में शामिल होने जा रहा है।
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ऑक्सीजन पार्क (oxygen park) से जुड़ी मुख्य बातें
कुल पेड़ों की संख्या :- लगभग 50,000 से 60,000 पेड़
योजना के अंतर्गत शहर :- भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना, उज्जैन
उद्देश्य :- प्रदूषण कम करना, तापमान नियंत्रित करना, हवा की गुणवत्ता बढ़ाना
योजना के तहत सुधार :- मौजूदा पार्कों का ऑक्सीजन पार्क में विकास