MP Weather Alert: एमपी के 10 जिलों में झमाझम बारिश, 12 जिलों में अलर्ट

मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। शिवपुरी में मड़ीखेड़ा अटल सागर डैम के पास पहाड़ी का हिस्सा धंसने से हाईवे बंद हो गया।

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Sandeep Kumar
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मध्यप्रदेश में मंगलवार को भोपाल में दिनभर धूप रही। शाम 4 बजे के बाद मौसम बदला और तेज बारिश शुरू हो गई। इससे पूरा शहर तरबतर हो गया। प्रदेश के टीकमगढ़, नर्मदापुरम, सागर, इंदौर, छिंदवाड़ा, दमोह, उज्जैन, हरदा और शाजापुर में भी बारिश हुई। मानसून ट्रफ लाइन सक्रिय है। 24 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में नया लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो रहा है। इसका असर प्रदेश में देखने को मिलेगा। 23-24 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट जारी है।

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एमपी में 4 दिन बाद फिर से बारिश शुरू

मध्यप्रदेश में 4 दिन से रुकी हुई भारी बारिश सोमवार रात से फिर शुरू हो गई। भोपाल और अन्य जिलों में देर रात तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को जबलपुर समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया। अगले 24 घंटे में यहां 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सिवनी, इंदौर, देवास, उज्जैन, हरदा, पांढुर्णा, खरगोन और सीहोर जिलों में हल्की बारिश और आंधी की संभावना है।

मौसम विभाग ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अगले चार दिन तक भारी बारिश जारी रहेगी। मानसून ट्रफ लाइन भी सक्रिय है। 24 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में नया लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो रहा है, जिसका असर प्रदेश पर होगा। 23-24 जुलाई को भी तेज बारिश का अलर्ट है।

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एमपी के इन तीन जिलों में बारिश का कोटा पूरा!

मध्यप्रदेश के तीन जिले निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। इन जिलों में सामान्य से 15% ज्यादा बारिश हुई है। ग्वालियर समेत पांच जिलों में भी बेहतर बारिश हुई है। यहां 80 से 95% बारिश हो चुकी है। इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश कम हुई है।

प्रदेश में अब तक औसतन 20.5 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, शिवपुरी और श्योपुर में हुई है। कम बारिश वाले जिलों में इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा शामिल हैं।

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एमपी के 16 जिलों में बाढ़ का खतरा

मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय है। छतरपुर, टीकमगढ़, सतना, गुना सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने। कई गांव जलमग्न हो गए। डेम ओवरफ्लो हो गए। शनिवार को सिस्टम कमजोर होगा। ग्वालियर समेत 16 जिलों में बाढ़ का खतरा है। शिवपुरी में आज भी स्कूलों की छुट्टी रहेगी। जिन जिलों में बाढ़ का खतरा है, उनमें ग्वालियर, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सागर, सतना, टीकमगढ़, अशोकनगर, दतिया, गुना, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा शामिल हैं। 

शुक्रवार को यहां भारी बारिश हुई। शनिवार को 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, आगर-मालवा, राजगढ़, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और अनूपपुर शामिल हैं। अगले 24 घंटे में यहां 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।

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शिवपुरी में पहाड़ धंसा, हाईवे बंद

मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। शिवपुरी में मड़ीखेड़ा अटल सागर डैम के पास पहाड़ी का हिस्सा धंसने से हाईवे बंद हो गया। मलबा और पेड़ सड़क पर गिर गए, जिसके कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और करीब दो घंटे तक ट्रैफिक जाम रहा। इसके अलावा, ग्वालियर समेत चार जिलों में डैम के गेट खोलकर पानी छोड़ा गया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

शिवपुरी में 9 घंटे में डेढ़ इंच बारिश हुई, जबकि छतरपुर, दतिया और टीकमगढ़ में कई गांव पानी में डूब गए। प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में शुक्रवार को बारिश का सिलसिला जारी रहा। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया है।

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मध्यप्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को बारिश जारी है। मौसम विभाग ने ग्वालियर समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना में साढ़े 4 इंच तक बारिश हो सकती है।

भोपाल में सुबह से कभी तेज, कभी हल्की देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में सीधी में 3.1 इंच, रीवा में 2.2 इंच, नर्मदापुरम में 1.9 इंच और जबलपुर में 1.4 इंच बारिश हुई। भोपाल में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। भोपाल में बोर्ड ऑफिस चौराहे पर सड़क धंसने से बड़ा गड्ढा हो गया। सतना में 17, 18 और 19 जुलाई को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। डिंडौरी और मऊगंज के स्कूलों में आज अवकाश रहा।

हरदा की मटकुली नदी में पुलिसकर्मी की कार बह गई। सतना में तेज बहाव में कार बह गई, लेकिन युवक सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। मऊगंज के नई गढ़ी कस्बे में कई घरों में पानी घुस गया। चित्रकूट की गुप्त गोदावरी गुफा में पानी बह रहा है, जिससे पर्यटकों के लिए गुफा बंद कर दी गई है। पीथमपुर में बारिश के कारण एक निर्माणाधीन दीवार गिर गई। हादसे में दो माह की बच्ची की मौत हो गई।

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भोपाल में सुबह से तेज बारिश

मध्यप्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को भी बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने ग्वालियर सहित 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों में ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना शामिल हैं, जहां 4.5 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। राजधानी भोपाल में सुबह से रुक-रुक कर तेज और हल्की बारिश होती रही। भोपाल में सुबह से बारिश जारी है।

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मध्यप्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। आज 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। अलीराजपुर में 6 बजे से लगातार बारिश हो रही है। उर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पुलिया से तीन फीट ऊपर पानी बह रहा है। पानी घरों में घुस चुका है।

बैतूल जिले के सारणी में सतपुड़ा बांध के पांच गेट खोले गए हैं। सुबह 10:45 बजे से 8390 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। डिंडौरी और मंडला में भी तेज बारिश हो रही है। नर्मदा नदी में जलस्तर बढ़ रहा है। कई पुल डूब गए हैं। मंडला के सुभाष वार्ड में तीन फीट पानी भर गया है। डिंडौरी में नर्मदा घाटों पर स्थित मंदिर डूब गए हैं।

मंगलवार को 25 जिलों में बारिश हुई। ग्वालियर में 2.3 इंच बारिश दर्ज की गई। खरगोन में डेढ़ इंच, सीधी में 1 इंच और उमरिया में आधे इंच से ज्यादा पानी गिरा। अन्य जिलों में हल्की बारिश हुई। 24 घंटे में बारिश या हादसों में किसी की मौत नहीं हुई।

एमपी में बारिश से हाहाकार

मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। जुलाई महीने में अब तक 18 इंच बारिश हो चुकी है। मंगलवार को प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के कारण नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, मंडला, श्योपुर, सिवनी, उमरिया, छतरपुर समेत कई जिलों में बारिश हो रही है। लोगों को जनजीनव अस्त व्यस्त हो गया है। इन जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। मौसम विभाग ने 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।

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एमपी में 24 घंटे में भारी बारिश

मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में आंधी और बारिश का मौसम रहा। सबसे अधिक बारिश रतलाम और गुना जिलों में हुई। श्योपुर में 2.8 इंच और गुना में 2.7 इंच बारिश दर्ज की गई। पचमढ़ी में भी बारिश का दौर जारी रहा, जहां 1.2 इंच पानी गिरा।

शिवपुरी जिले के अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध का जलस्तर बढ़ने पर सोमवार सुबह 6 गेट खोले गए। बांध से लगभग 1500 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है।

श्योपुर जिले के विजयपुर में क्वारी नदी का जलस्तर बढ़ने से आगरा जाने वाला रास्ता बंद हो गया। बड़ौदा में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जहां दुकानों, मकानों और अस्पतालों में पानी भर गया। शिवपुरी जिले के रन्नौद क्षेत्र में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है।

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प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश

मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। रीवा, सतना, मैहर और छतरपुर के गांवों से लोगों का रेस्क्यू किया गया है। छतरपुर जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई। खजुराहो में 9 घंटे में 6.3 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, नौगांव में 3.4 इंच, टीकमगढ़ में 1.5 इंच और दतिया-नरसिंहपुर में 0.75 इंच बारिश हुई।

जबलपुर, दमोह और मंडला में 0.5 इंच बारिश दर्ज की गई। रविवार को 19 जिलों में अति भारी और 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, जिन जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी है, उनमें शिवपुरी, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, निवाड़ी, छतरपुर, अशोकनगर हैं। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है।

मध्य प्रदेश हुआ पानी-पानीः मंडला में 7 मौतें, मैहर में 3 फीट पानी, IMD ने 10 जिलों में जारी किया अलर्ट

मध्यप्रदेश में बारिश का सिलसिला अब आफत बनकर बरस रहा है। रीवा जिले में हाल ही में लोकापर्ण हुआ एयरपोर्ट का बाउंड्री वाल गिर गया, वहीं गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह के घर में पानी घुस गया।

छतरपुर के दिदोनिया गांव में पांच लोग, जिनमें एक महिला और चार पुरुष हैं, बन्ने नदी में फंसे हुए हैं। दतिया जिले के इंदरगढ़ में निर्माणाधीन तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची को बचा लिया गया।

चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं, और शहडोल में 10 इंच बारिश हुई है। यहां बाणसागर डैम के 7 गेट खोले गए हैं। मैहर में सड़क पर तीन फीट पानी भर गया है, जबकि उमरिया में ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के गेट खोले गए हैं।

मंडला में बाढ़ से 7 मौतें हो चुकी हैं। सिवनी, छतरपुर, उमरिया, और कटनी में भी बाढ़ जैसे हालात रहे हैं। मौसम विभाग ने शनिवार को 10 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

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MP Weather Alert : एमपी में कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात

मध्यप्रदेश में मानसूनी बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को 20 जिलों में अत्यधिक बारिश और 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंडला में बाढ़ के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी है। 2 लोग लापता हैं। 300 मकान, कई सड़कें और पुलियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 312 लोगों को रेस्क्यू कर 7 राहत कैंपों में भेजा गया है। शिवपुरी और ग्वालियर की सीमा पर स्थित हरसी बांध ओवरफ्लो हो गया है। इससे दोनों जिलों के 20 गांवों में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है।

बीते 24 घंटे में रीवा में सबसे ज्यादा 3.7 इंच बारिश हुई। ग्वालियर में ढाई इंच बारिश दर्ज की गई। खजुराहो (छतरपुर) में 1.9 इंच, जबलपुर में 1.6 इंच और मंडला में 1.4 इंच बारिश हुई। टीकमगढ़ में 1.2 इंच और सतना में 1 इंच बारिश दर्ज की गई। दतिया, उमरिया, दमोह, बालाघाट, रतलाम, सागर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, गुना, मऊगंज और सीहोर समेत कई अन्य जिलों में भी बारिश जारी है।

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नर्मदा समेत कई नदियां खतरे के निशान पर

मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर लगातार जारी है। इस बार दक्षिण पश्चिम मानसून के चलते राज्य में सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश के कारण नर्मदा सहित कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, मध्य प्रदेश में दो ट्रफ का असर और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इस कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी, जिससे 13 जुलाई तक बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी।

बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों जैसे जबलपुर, रीवा, शहडोल-सागर और ग्वालियर संभाग के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति है। आज गुरुवार को मौसम विभाग ने 14 जिलों में बहुत तेज और 22 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।

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एमपी के कई जिलों में भारी बारिश जारी

मध्यप्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून तेज़ी से बरस रहा है। अब तक औसत 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। बुधवार को प्रदेश के 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यह बारिश विशेष रूप से जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में अधिक होगी। नरसिंहपुर के विपतपुरा गांव में तीन बच्चे नदी में डूब गए। एक का शव बुधवार सुबह साढ़े 7 बजे मिला। दूसरे का शव दोपहर डेढ़ बजे मिला। तीसरे बच्चे की तलाश एसडीईआरएफ की टीम कर रही है।

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एमपी में नर्मदा नदी उफान पर

मध्यप्रदेश में भारी बारिश के कारण नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मंडला, डिंडौरी, श्योपुर, शहडोल, उमरिया समेत कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। मंगलवार को 7 जिलों में बाढ़ का खतरा है। मौसम विभाग ने अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

टीकमगढ़ जिले में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध के 5 गेट खोले गए हैं। दमोह में सतधरू और साजली बांध के तीन-तीन गेट खोले गए हैं। नरसिंहपुर के कौड़ियां गांव में बाढ़ आई है। बैतूल जिले के सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोले गए हैं।

नर्मदापुरम में मंगलवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। मंडला में नर्मदा नदी का जलस्तर 438.10 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। सोमवार रात नदी पार करते समय तीन बाइक सवार बह गए, जिनमें से दो बाहर निकल आए, जबकि एक लापता है।

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एमपी में तेज बारिश से बिगड़े हालात

मध्यप्रदेश में भारी बारिश से कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। गरोठ के गांधी सागर डैम में राजस्थान के कोटा से आए दो युवकों की डूबने से मौत हो गई।

दोनों युवक पिकनिक के दौरान शराब पीकर ट्यूब पर बह रहे थे। रेस्क्यू टीम ने 15 घंटे की मेहनत के बाद शव बरामद किए। डिंडौरी में सड़क टूटने से यातायात प्रभावित हुआ।

सीहोर में नदियां उफान पर हैं और मंडला में नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। स्कूल और आंगनबाड़ी बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जा रही है।

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पिकनिक मनाने आए दो युवकों की मौत

मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार तेज बारिश के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। राजस्थान के कोटा से पिकनिक मनाने के लिए गरोठ के भानपुरा आए दो युवकों की गांधी सागर डैम में डूबने से मौत हो गई। यह घटना रविवार शाम 7 बजे की है।

एनडीआरएफ की टीम रात 9 बजे घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 15 घंटे की सर्चिंग के बाद सोमवार सुबह 9 बजे दोनों के शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान सोनू यादव (20) और चेतन कुमार (24) के रूप में हुई है।

डिंडौरी जिले के मेहदवानी जनपद पंचायत क्षेत्र में धमनी-कुसेरा मार्ग भी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया है। यह सड़क तीन साल पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी थी, लेकिन अब टूटने से इस रास्ते पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।

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मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बन गई है। जबलपुर में बरगी डेम के 9 गेट खोल दिए गए हैं। जिला प्रशासन और बरगी बांध प्रबंधन ने नर्मदा नदी के निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है। शहडोल रेलवे स्टेशन पर पानी भर गया है और रेलवे ट्रैक डूब चुका है। 

मंडला और डिंडौरी में तेज बारिश के कारण नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। अपस्ट्रीम में पानी की आवक तेज हो रही है, इसलिए बांध प्रबंधन ने पानी छोड़ने का फैसला लिया है। शिवपुरी में पवा झरना 100 फीट की ऊंचाई से गिर रहा है। भदैया कुंड भी बह रहा है। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उमरिया में जोहिला डेम का एक गेट खोला गया है।

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शिवपुरी में बाढ़ का कहर, सड़क पर कारें डूबीं

मध्यप्रदेश में बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बन गई है। सागर से बेगमगंज और ग्यारसपुर जाने वाला मार्ग नदियों में बाढ़ के कारण बंद हो गया है। नरसिंहपुर में शनिवार सुबह स्टेट हाईवे-22 पर पुलिया धंस गई, जिससे रास्ता बंद हो गया। लोग रस्सी के सहारे शक्कर नदी पार कर रहे हैं।

डिंडौरी में जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर खेत की मिट्टी बहकर आ गई। वाहन कीचड़ में फंस रहे हैं। शिवपुरी में बैराड के कई गांवों में बाढ़ आ गई है। घरों में पानी भर गया है। जोराई गांव में खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गई हैं।

श्योपुर के बेनीपुरा गांव में क्वारी नदी का पानी गांव में घुस गया। 20 घरों में पानी भर गया, जिससे सामान खराब हो गया है। शहडोल के केशवाही क्षेत्र में कच्ची दीवार गिरने से एक बुजुर्ग दंपती की मौत हो गई। यह घटना सुबह करीब 4 बजे की है।

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मध्यप्रदेश में बारिश का तांडव

मध्यप्रदेश में मॉनसून का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हो गया है, जिससे कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। मंडला, डिंडौरी और जबलपुर समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते सड़कें बंद, स्कूलों में छुट्टियाँ और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मंडला में लैंडस्लाइड के कारण जबलपुर-मंडला नेशनल हाईवे-30 को बंद करना पड़ा है। नर्मदा नदी खतरे के निशान पर है, वहीं जबलपुर में गैस सिलेंडर से भरा ट्रक नदी में बह गया। डिंडौरी कलेक्टर ने 4-5 जुलाई को स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।

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मध्यप्रदेश में गुरुवार को कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। मंडला जिले के बिछिया इलाके में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। होमगार्ड जवान राहत कार्य में लगे हुए हैं। अब तक 70 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। निवाड़ी के ओरछा में भी भारी बारिश जारी है। 

उमरिया में कथली नदी का पानी पुल तक पहुंच गया है। महानदी में भी पानी बढ़ने की सूचना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग के 17 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

ग्वालियर-चंबल संभाग के 4 जिले भी बारिश से प्रभावित होंगे। स्ट्रॉन्ग सिस्टम के सक्रिय होने से ऐसा हो रहा है। भोपाल, इंदौर-उज्जैन समेत अन्य जिलों में बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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मध्यप्रदेश में बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें

मध्यप्रदेश में इन दिनों बारिश का एक जबरदस्त सिस्टम सक्रिय है, जिसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के 27 जिलों में मूसलधार बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, शिवपुरी, उज्जैन, रतलाम और नौगांव में आधा इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है।

बड़वानी, मऊगंज, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, सीहोर, शहडोल, बैतूल, भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, श्योपुर, मंडला, सागर, सतना, सीधी, बालाघाट, शाजापुर, देवास और आगर-मालवा में भी दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही।

भोपाल में तो सुबह के समय इतनी तेज बारिश हुई कि सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रतलाम में कल्याण केदारेश्वर झरना बह निकला है, जबकि मऊगंज के बहुती जलप्रपात में भी पानी का स्तर बढ़ गया है।

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मध्यप्रदेश के उज्जैन, नर्मदापुरम, रतलाम और राजगढ़ में बुधवार तेज बारिश हो रही है। भोपाल में सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया है। रतलाम का कल्याण केदारेश्वर झरना फूट पड़ा है। मऊगंज के बहुती जलप्रपात में पानी का स्तर बढ़ गया है। अगले 24 घंटे में 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 दिन तक प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय रहेगा।

एमपी के श्योपुर जिले में भारी बारिश

मध्यप्रदेश के 30 जिलों में मंगलवार को भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में 2.5 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर-चंबल, नर्मदापुरम और सागर संभाग में इसका असर सबसे ज्यादा रहेगा। इंदौर-उज्जैन संभाग में हल्की बारिश होगी।

मऊगंज जिले में एमपी का सबसे ऊंचा झरना बहुती जलप्रपात में पानी आ गया है। इसकी ऊंचाई 198 मीटर है। श्योपुर जिले में सुबह से भारी बारिश हो रही है। लगातार बारिश से विजयपुर में क्वारी नदी उफान पर है। इससे निचली बस्तियों में पानी भरने का खतरा है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मानसून टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का असर है। अगले 4 दिन तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 

एमपी में मानसून का मच रहा धमाल

मध्यप्रदेश में मानसून की सक्रियता से कई जिलों में तेज बारिश शुरू हो गई है। बुंदेलखंड के जटाशंकर धाम में पर्वतीय झरना फिर से बह निकला। सोमवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन समेत 25 जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने सोमवार को ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर और अन्य जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।

प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश

मध्य प्रदेश में रविवार को बारिश का सिलसिला जारी है। भोपाल, नर्मदापुरम, रतलाम, धार और रायसेन में बारिश हो रही है। ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभाग के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।

1 जुलाई से एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनने की संभावना है। इससे प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने रविवार को गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में यलो अलर्ट है।

प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश

मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय है। इससे कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। शनिवार को 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। प्रदेश में अगले 5 दिन तक ऐसा मौसम रहेगा। बड़वानी जिले के सेंधवा में बारिश से धुंध छाई है।

डिंडौरी में पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश जारी है। मेहदवानी में दनदना बांध की नहर फूट गई है। चित्रकूट में पहाड़ी से तेज पानी बह रहा है। तेज बारिश से सतना जिले के कई इलाकों में पानी भर गया है। कई गांवों में नदी नाले उफान पर हैं। इससे गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं चित्रकूट में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुप्त गोदावरी गुफा बंद कर दी गई है।

मध्यप्रदेश में स्ट्रॉन्ग बारिश सिस्टम सक्रिय

मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल सहित 21 जिलों में भारी बारिश हुई। छतरपुर के नौगांव में 1 इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल में 1100 क्वार्टर मंदिर के पास पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ। खरगोन में लगातार बारिश के बाद सिरवेल का झरना बह निकला। मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई है।

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तेज बारिश से रायसेन में मकान ढहा

मध्य प्रदेश के विदिशा में कुछ देर की बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। जबलपुर में भी कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया। सतना में कलेक्ट्रेट रोड पर एक पेड़ पर बिजली गिरने की घटना सामने आई है। इंदौर में दिन में ही घने बादल छा गए और अंधेरा हो गया।

तेज बारिश के कारण वाहन चालकों को गाड़ियों की लाइट जलानी पड़ी।वहीं रायसेन के बेगमगंज में भारी बारिश से एक कच्चा मकान गिर गया। मकान में पांच लोग दब गए। लोगों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला। दंपती और तीन बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। सुल्तानपुर रोड भी बंद हो गया है, जिससे 50 गांवों का शहर से संपर्क टूट गया है।

भोपाल-इंदौर में झमाझम बारिश

मध्यप्रदेश के 16 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, सागर और ग्वालियर-चंबल संभाग शामिल हैं। अगले 24 घंटे में यहां 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इंदौर में दोपहर में तेज बारिश हुई। सीहोर के आष्टा के बुधवारा में घुटने तक पानी भर गया।

कटनी में बेलकुंड नदी का पानी गर्राघाट पुल पर 10 फीट ऊपर बह रहा है। खरगोन के नर्मदा तटों पर पानी बढ़ने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, धार, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट है।

भोपाल और रतलाम में रिमझिम बारिश

एमपी में मंगलवार को रतलाम और भोपाल में रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 31 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। शिवपुरी में बारिश से पवा जलप्रपात बह निकला है। यहां 100 फीट ऊंचाई से पानी गिर रहा है। भदैया कुंड में भी झरना पूरी रफ्तार से बह रहा है। कलेक्टर ने सभी जलस्रोतों पर प्रवेश रोक दिया है। वहीं श्योपुर में भारी बारिश के कारण सीप नदी उफान पर है। मानपुर और ढोढर के बीच की पुलिया पर पानी आ गया है। पुलिस ने यहां आवागमन रोक दिया है। काशीपुर, बालापुरा, हीरापुर और अल्लापुर गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है।

एमपी के शिवपुरी में भारी बारिश

मध्य प्रदेश के कई जिलों में सोमवार को बारिश जारी रही। शिवपुरी में भारी बारिश से कोलारस के लुकवासा में ज्ञान स्थली स्कूल के हॉस्टल में जलभराव हो गया। एसडीईआरएफ की टीम ने वहां फंसे 10 लोगों को सुरक्षित निकाला। 

श्योपुर जिले में पार्वती नदी उफान पर है। बड़ौदा के पास कुहंजापुर पुलिया पर पानी बढ़ने से श्योपुर-बारां हाईवे बंद हो गया। गुना में रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भरने से ट्रक डूब गया। शिवपुरी में एक घर में आकाशीय बिजली गिरने से खिड़कियों में दरारें आईं। अशोकनगर जिले में लगातार बारिश से जन जीवन प्रभावित हुआ है। मुंगावली में घरों में पानी घुस गया। गुना में भी हालात समान हैं।

मध्यप्रदेश में मानसूनी बारिश का कहर

मध्यप्रदेश में मानसून की बारिश ने पूरे प्रदेश को भीगा दिया है। शनिवार को भोपाल समेत 20 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। वहीं सतना के चित्रकूट में शुक्रवार रात से जारी भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। गुप्त गोदावरी पहाड़ी पर पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गई है।

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मध्यप्रदेश में मानसून की तेज बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुना, रतलाम, धार और ग्वालियर में पानी का कहर देखा गया। सड़कें बह गईं और वाहन नदी में डूब गए। मौसम विभाग ने 24 घंटे के लिए सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 8 इंच तक बारिश हो सकती है।

शिवपुरी, सागर, दमोह में भारी वर्षा की चेतावनी है। अन्य जिलों में यलो अलर्ट जारी है। प्रशासन ने नदी-नालों के पास यात्रा से बचने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क किया गया है। अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। लोगों से मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।

नीमच में दो बाइक सवार बहे

मध्यप्रदेश के 54 जिलों में मानसून तीन दिन में पहुंच चुका है। केवल भिंड जिला बचा है, जहां गुरुवार को मानसून का प्रवेश होगा। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया है।

भोपाल में सुबह से बादल छाए हैं और दोपहर में बारिश हुई। इंदौर में दोपहर 1 बजे से बारिश हो रही है। नीमच में उफनती पुलिया पार करते वक्त दो बाइक सवार बह गए, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें बचा लिया। मंदसौर में सड़कों पर डेढ़ फीट तक पानी भर गया है।

आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है

मौसम विभाग ने नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, श्योपुर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में मध्यम बारिश (यलो अलर्ट) की चेतावनी दी है। बड़वानी, अलीराजपुर, धार, खरगोन, उज्जैन, शाजापुर, देवास, राजगढ़, सीहोर, भोपाल, आगर-मालवा और विदिशा में हल्की बारिश हो सकती है। रायसेन, नर्मदापुरम, सागर, ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और सतना में भी बारिश का दौर जारी रहेगा।

एमपी के कई जिलों में मौसम ने बदली चाल

दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 3 दिन में पूरे मध्य प्रदेश को कवर किया। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को मानसून ने 35 जिलों में दस्तक दी। पिछले दो दिनों में इंदौर समेत 19 जिलों में मानसून पहुंच चुका था। अब भिंड ही ऐसा जिला है, जहां मानसून पहुंचना बाकी है। गुरुवार को इस जिले में भी मानसून आ सकता है। बुधवार को मध्य प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश हुई। मंदसौर, रतलाम और बड़वानी में तेज बारिश हुई। अंजड़ में 20 मिमी पानी गिरा। इससे गर्मी में राहत मिली। धार, इंदौर, रतलाम और उज्जैन में भी बारिश का दौर रहा। आंधी-बारिश से दिन के तापमान में गिरावट आई।

सीधी-सिंगरौली में आकाशीय बिजली से तीन की मौत

मध्य प्रदेश के इंदौर समेत 15 जिलों में मंगलवार को मानसून ने दस्तक दी। मंगलवार को सिंगरौली में आकाशीय बिजली गिरने से दो बच्चियों की मौत हो गई। सीधी के सिहावल क्षेत्र के बमुरी गांव में बिजली गिरने से किसान की मौत हो गई। उनका बेटा बाल-बाल बचा। भोपाल, राजगढ़, धार, रतलाम, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, सतना, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में बारिश हुई। बारिश के कारण दिन के तापमान में गिरावट आई है। 

मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री

मध्य प्रदेश के कई जिलों में सोमवार दोपहर से बारिश हो रही है। बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर और रीवा में बारिश हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जून से सितंबर तक 104-106% बारिश का अनुमान जताया है। इस बार प्रदेश में 40 इंच या उससे अधिक पानी गिर सकता है। नरसिंहपुर में 9 घंटे में 27 मिमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश हुई। भोपाल, खंडवा, मंडला, उमरिया और दतिया में भी बारिश दर्ज की गई।

एमपी के कई जिलों में भारी बारिश

मध्य प्रदेश में मानसून के पहुंचने से पहले प्री मानसून की तेज बारिश जारी है। रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। भोपाल में बिजली गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। हादसा रातीबढ़ इलाके के केकड़िया गांव में हुआ। 12 साल का विशाल चौहान खेत में मक्का लगाकर लौट रहा था, तभी बिजली गिरी और उसकी मौत हो गई। प्रदेश के तापमान में 7 डिग्री से अधिक की गिरावट आई है। प्रदेश का अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले एक-दो दिन में मानसून प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा। मौसम विभाग ने इस दौरान सावधानी बरतने की अपील की है।

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आंधी-तूफान ने मचाया हाहाकार

मध्य प्रदेश के कई जिलों में आज भारी बारिश हुई। बारिश से मौसम सुहाना हो गया, लेकिन बिजली गिरने से कई लोगों की मौत हो गई। अलग-अलग जिलों में करीब 8 लोग मारे गए। इसके साथ ही कई मवेशियों की भी मौत हो गई।

आकाशीय बिजली गिरने के कारण धार में पिछले दो दिनों में 3 लोगों की मौत हुई। मृतकों में 2 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं, जबकि 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। अचानक मौसम में बदलाव के कारण बड़पिपली (सीतापाट) में बिजली गिरने से दो बकरों की मौत हो गई।

सरदारपुर तहसील के सरदारपुर और अमझेरा थाना क्षेत्र में एक घटना में तीन युवकों पर बिजली गिरी। इसमें 1 युवक की मौत हो गई, जबकि अन्य दो घायल हुए। घटना शंभूखेड़ी गांव में घटी।

पन्ना में भी बारिश के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक 50 वर्षीय चरवाहे की मौत हो गई। यह घटना पन्ना कोतवाली थाना क्षेत्र के राजापुर सुनहरा गांव में हुई। इसके अलावा, बिजली गिरने से दो स्थानों पर तीन लोगों की मौत हुई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। पांच मवेशियों ने भी अपनी जान गंवाई है।

भोपाल-इंदौर में झमाझम, नीमच में तूफान का तांडव

एमपी में मानसून की एंट्री जल्द होने वाली है। इससे पहले प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर जारी है। शनिवार को उज्जैन, जबलपुर, सागर, नीमच और शाजापुर में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। नीमच में आंधी से एक मकान पर टीनशेड उड़ गया।

आंधी के कारण उज्जैन के पास बेरछा और पीर अमरूद के बीच रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिर गया। इसके कारण कुछ ट्रेन प्रभावित हुईं। भोपाल से दाहोद जाने वाली 19340 गाड़ी को एक घंटे तक रोका गया।

जबलपुर में शनिवार दोपहर अचानक मौसम बदल गया। रांझी, गोपालपुर, जीसीएफ क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। 15 मिनट की बारिश से लोगों को राहत मिली। भोपाल में भी धूलभरी आंधी चली। कुछ इलाकों में बारिश हुई। इंदौर और रायसेन में भी पानी गिरा।

MP में भीषण गर्मी का कहर, ग्वालियर-चंबल में और बढ़ेगा पारा

मध्य प्रदेश में इन दिनों उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। कई जिलों में बारिश हो रही है, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि 15 जून से प्रदेश को हीटवेव से राहत मिलने की संभावना है। तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल हीटवेव प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में बनी हुई है। 14 जून को नॉर्थ-ईस्ट के कुछ जिलों में हीटवेव जारी रहने की आशंका है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

15 जून से प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज होने की संभावना है। ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी जिलों से मानसून की एंट्री हो सकती है।

रतलाम में आंधी तूफान के साथ बारिश, दो की मौत

aamin hussain@रतलाम

जिले में शुक्रवार शाम तेज आंधी तूफान के साथ हुई बारिश से कई जगह दर्जनों पेड़ धराशाई हो गए तो वहीं बिजली के पोल भी गिर गई। कई जगह दुकानों पर लगे फ्लैक्स बैनर भी उड़कर सड़कों पर आ गए।

 मौसम के अचानक बदलने से तेज हवाओं से साथ बारिश शुरू हुई और गरज-चमक के साथ हुई जोरदार का रौद्र रूप देखने को मिला। तेज बारिश ने जिलेभर में तबाही मचा दी। आंधी तूफान के साथ हुई बारिश से कई जगह बिजली गिरने की घटनाए भी सामने आई। जिसमें दो महिलाओ की दर्दनाक मौत की खबर आ रही है, जबकि एक का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

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एमपी के कई जिलों में पिछले पांच दिनों से गर्मी बढ़ी हुई है। तापमान लगातार 40 डिग्री के पार चल रहा है। बीते दिन पारा 40.6 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन गर्मी का असर 42 डिग्री से अधिक महसूस हो रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, जबलपुर संभाग में आंधी-बारिश का दौर जारी रहेगा। 

भोपाल समेत प्रदेश के जिलों में आंधी बारिश

मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी से परेशान लोगों को बुधवार रात बड़ी राहत मिली। कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। राजधानी भोपाल में रात करीब 9 बजे तेज बारिश और हवाएं चलीं, जिससे तापमान में गिरावट आई। टीकमगढ़ के मऊ घाट में गरज-चमक के साथ बारिश और चने के आकार के ओले गिरे।

विदिशा और रायसेन जिलों में भी अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए कई जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी दी है। इनमें बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, विदिशा, रायसेन और बड़वानी शामिल हैं। भोपाल, इंदौर, देवास, सागर, सीहोर, राजगढ़, धार और शाजापुर में भी मौसम के बिगड़ने की संभावना है। इस बदलाव से खेतों में नमी आई है और जनजीवन को राहत मिली है।

एमपी के तापमान में इजाफा

मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से गर्मी बढ़ी हुई है। 11 जून को नौगांव प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा। यहां अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल का तापमान 42.6 डिग्री तक पहुंचा, जो सामान्य से अधिक है। भीषण गर्मी के बीच मानसून से राहत की उम्मीद जताई जा रही है। भोपाल मौसम केंद्र की वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन के मुताबिक, 14 जून के आसपास मानसून के बढ़ने की संभावना है। इससे एमपी में तापमान में गिरावट आ सकती है। इससे लू से राहत मिल सकती है और खेतों के लिए भी यह सकारात्मक संकेत हो सकता है।

मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर शुरू

मध्य प्रदेश के वातावरण से नमी कम होने के कारण तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। भोपाल, ग्वालियर समेत कई शहरों में सूरज के तेवर तीखे हैं। मंगलवार को भी मध्य प्रदेश में गर्मी का असर बना हुआ है। प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में नौतपा जैसे लू चल रही है। 

7 शहरों में पारा 45 डिग्री के पार

मध्य प्रदेश में आंधी-बारिश के बीच गर्मी भी बढ़ने लगी है। सोमवार को ग्वालियर समेत 7 शहरों में पारा 45 डिग्री या उससे अधिक पहुंच गया। इससे पहले अप्रैल में ही इतनी गर्मी रही थी। 24 शहरों में तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा रहा। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को छतरपुर का खजुराहो शहर सबसे गर्म रहा। यहां पारा 45.8 डिग्री था। टीकमगढ़ में 45.4 डिग्री, ग्वालियर, नर्मदापुरम-सागर में 45.2 डिग्री, नौगांव और गुना में तापमान 45 डिग्री रहा। भोपाल में तापमान 43.4 डिग्री, जबलपुर में 42.6 डिग्री, उज्जैन में 42 डिग्री और इंदौर में 39.6 डिग्री सेल्सियस था। 10 और 11 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में हीट वेव का अनुमान है। रविवार को प्रदेश में दिन का तापमान 44 डिग्री पार पहुंच गया था। 21 शहरों का तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक था।

एमपी में गर्मी ने मचाई तबाही!

मध्य प्रदेश में आंधी-बारिश के बीच तेज गर्मी का असर बढ़ा है। रविवार को मई-जून में पहली बार पारा 44 डिग्री के पार पहुंचा। छतरपुर जिले के नौगांव में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 21 शहरों में तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार, टीकमगढ़ में 43.7 डिग्री, खजुराहो और शिवपुरी में 43.6 डिग्री रहा। 

शिवपुरी और सागर में 43 डिग्री, सतना में 42.7 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। दमोह में 42.5, रीवा में 42.4, शाजापुर में 42.2 डिग्री था। सीधी में 42, उमरिया में 41.4, मलाजखंड में 41 डिग्री तापमान रहा। मंडला में 40.5, नर्मदापुरम में 40.4, सिवनी और रतलाम में तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था।

सेंधवा में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर

मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में प्री-मानसून की बारिश हुई है। बड़वानी जिले के सेंधवा में 2 घंटे तक बारिश हुई। इससे नदी-नाले उफान पर आ गए। धवनी-दुगानी मार्ग करीब एक घंटे तक बंद रहा। नर्मदापुरम में भी दोपहर बाद मौसम बदला। यहां 15 मिनट तक बारिश हुई। तेज हवाओं से पुलिस पेट्रोल पंप के सामने एक पेड़ गिर गया। इससे रोड जाम हो गया, लेकिन यातायात पुलिस ने पेड़ हटा दिया। इंदौर में कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल, और अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। 

तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश

मध्यप्रदेश में प्री-मानसून गतिविधियां लगातार जारी हैं। मौसम विभाग ने 8 जून तक ऐसे मौसम का पूर्वानुमान जताया है। गुरुवार को भोपाल और रायसेन समेत कई जिलों में बारिश हुई। ग्वालियर, रतलाम सहित 27 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस वर्ष गर्मी का प्रकोप कम रहा है, प्रमुख शहरों का तापमान 40 डिग्री से नीचे है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सक्रिय सिस्टम के कारण आंधी और बारिश हो रही है। एमपी में बारिश के साथ कई जिलों में तेज आंधी भी चली। आगर-मालवा, जबलपुर, भोपाल, शाजापुर सिंगरौली में मंडला, रीवा समेत कई जिलों में बारिश के देखने को मिली

भर्ती मरीजों के ऊपर गिरता रहा पानी

बारिश के पानी से वार्ड में भर्ती मरीज सर पर हाथ लगाकर बचते नजर आए। जैसे ही बारिश तेज हुई तो बोतल हाथ में लेकर मरीज बिस्तर छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए। बारिश के बाद वार्ड के अंदर पानी भर गया। इस घटना ने एमपी के पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।

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