BHOPAL. मध्य प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में किस तरह लापरवाही बरती जा रही है। इसकी हकीकत सागर जिले के बंडा में देखने को मिली है। यहां तहसीलदार ने छात्र के परिवार की वार्षिक आय 2 रुपए होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। छात्र ने आवेदन करते समय परिवार की वार्षिक आय 40 हजार रुपए बताई थी, लेकिन लोक सेवा केंद्र ने 40 हजार की जगह 2 रुपए इनकम दर्ज कर दी। अब यह सर्टिफिकेट (Certificate) सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया।
जानें पूरा मामला
दरअसल, बंडा के ग्राम घोघरा के रहने वाले बलराम चढ़ार ने लोक सेवा केंद्र में आय प्रमाण पत्र (Income Certificate) बनाने के लिए आवेदन किया था। आवेदन करते समय बलराम चढ़ार ने वार्षिक आय 40 हजार रुपए बताई थी, लेकिन लोक सेवा केंद्र में ऑनलाइन आवेदन करते समय 40 हजार की जगह आमदनी 2 रुपए दर्ज कर दी गई।
जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान
ऑनलाइन आवेदन के बाद सर्टिफिकेट बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान आवेदन बाबू से लेकर तहसीलदार तक पहुंचा। इसके बाद तत्कालीन बंडा तहसीलदार ज्ञानचंद्र राय (Tehsildar Gyanchandra Rai) ने आवेदन पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान तहसीलदार ने भी नहीं देखा कि सालाना इनकम मात्र 2 रुपए लिखी है। यह सर्टिफिकेट जारी 8 जनवरी 2024 को जारी किया गया।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ सर्टिफिकेट
लोक सेवा केंद्र की इस बड़ी गड़बड़ी पर किसी ने ध्यान दिया। आखिर में तहसीलदार ने भी साइन करके सर्टिफिकेट जारी कर दिया। यह सर्टिफिकेट अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसको लेकर यूजर्स प्रशासनिक लापरवाही को लेकर सवाल उठा रहे हैं। अब मामला सामने आने के बाद वर्तमान तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान (Tehsildar Mahendra Singh Chauhan) ने मामले में जांच का आश्वासन दिया है।
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