बीजेपी नेता का जुलूस निकालने पर 3 पुलिसकर्मी लाइन अटैच, जानें मामला

मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक आपराधिक रिकॉर्डधारी बीजेपी नेता का जुलूस निकालने पर एसपी ने तीन पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है। यह कार्रवाई बीजेपी नेताओं के विरोध के बाद की गई। जानें पूरा मामला... 

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Vikram Jain
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MP Ujjain 3 policemen attached line for BJP leader procession
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मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक आपराधिक रिकॉर्ड वाले बीजेपी नेता का जुलूस निकलना पुलिस को भारी पड़ गया। जुलूस निकाले जाने को लेकर कोतवाली थाने के एसआई सहित 3 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया। यह कार्रवाई एसपी प्रदीप शर्मा ने की। अब कार्रवाई को लेकर पुलिस विभाग में आक्रोश देखा जा रहा है।

जानें पूरा मामला

दरअसल, उज्जैन में तीन थानों की पुलिस ने शुक्रवार को ढोल ताशे बजाते हुए गुंडों का सामूहिक रूप से जुलूस निकाला था। साथ ही कान पकड़कर उठक बैठक लगाई थी। पुलिस ने चाकूबाजी की वारदातों में शामिल दो दर्जन गुंडों का जुलूस निकाला था। इस जुलूस में पुलिस ने कुशलपुरा के रिकॉर्डधारी विकास करपरिया को भी शामिल किया था। विकास करपरिया बीजेपी का बूथ अध्यक्ष है। जुलूस निकालने को लेकर विकास ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की थी।

बीजेपी नेताओं की शिकायत के बाद कार्रवाई

जुलूस में बीजेपी नेता को शामिल करने के मामले में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर अध्यक्ष विवेक जोशी समेत कई बीजेपी नेताओं ने विरोध जताते हुए एसपी प्रदीप शर्मा और एएसपी नीतेश भार्गव से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद इस पर एसपी ने शनिवार की रात को ही एसआई बबलेश कुमार, हेड कांस्टेबल तरुण पाल और आत्माराम को लाइन अटैच कर दिया।

कोतवाली पुलिस का आरोप

कोतवाली पुलिस का कहना है कि लाइन अटैच का आर्डर होने के बाद विकास करपरिया रात में थाना आया था और उसने एसआई बबलेश कुमार से कहा कि देख लिया कि नहीं जुलूस निकालने का परिणाम... यह सब थाने के सीसीटीवी में हुआ है। इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

विकास के खिलाफ केस नहीं

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि विकास के खिलाफ चाकूबाजी का केस नहीं है, इसके बाद भी उसका जुलूस निकाला गया। इस मामले में 4 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। वहीं मामले में बीजेपी महामंत्री सत्यनारायण गोहीवाल का कहना है कि विकास चाकूबाजी में शामिल नहीं था। उसकी तबियत ठीक नहीं थी। पुलिस ने उसे घर से बुलाकर जुलूस में शामिल किया। यह सरासर गलत है। इसलिए बीजेपी ने मामले में शिकायत की थी।

अधिकारियों के बाद आदेश निकाला था जुलूस

कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने बताया कि विभाग के अधिकारियों ने ही चाकूबाजी के बदमाशों को थाने बुलाकर डोजियर भरवाने के आदेश दिए थे। इसके बाद ही पुलिस ने ढोल ताशे के साथ जुलूस निकाला। बीजेपी नेताओं द्वारा विकास पर चाकूबाजी का केस नहीं होने की शिकायत हुई इसको लेकर बगैर जांच के कार्रवाई की गई है। जबकि विकास और उसके तीन साथियों पर साल 2023 में चाकू और लाठी से 4 लोगों पर हमले करने का दर्ज केस कोर्ट में लंबित है। विकास के खिलाफ माधव नगर थाने में भी जुआ एक्ट का केस दर्ज है। इस कार्रवाई को लेकर पुलिस कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है।

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